- अभिनेता अशोक सराफ कई टीवी शो, फिल्मों और नाटकों का हिस्सा रहे हैं।
- हम पांच में अशोक सराफ की भूमिका को बहुत सराहा गया था और काफी पॉपुलैरिटी मिली।
- अभिनेता अशोक सराफ आज 74 साल के हो गए हैं।
अशोक सराफ फिल्म और टीवी इंडस्ट्री के लोकप्रिय अभिनेताओं में से एक हैं। अभिनेता अपनी कॉमिक टाइमिंग और शानदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि वह भारत में कॉमेडी के असली बादशाह हैं। अभिनेता अशोक सराफ कई टीवी शो, फिल्मों और नाटकों का हिस्सा रहे हैं। उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। लोकप्रिय कॉमेडी शो हम पांच में अशोक सराफ की भूमिका को बहुत सराहा गया था और इससे उन्हें काफी पॉपुलैरिटी मिली थी। अनुभवी अभिनेता और अगाबाई सासुबाई स्टार निवेदिता सराफ के पति अशोक सराफ आज (4 जून) 74 साल के हो गए हैं।
इस खास दिन निवेदिता सराफ ने पति के साथ एक खूबसूरत तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, 'हैप्पी बर्थडे डियर अशोक.. मैंने अपने पिछले जन्म में कुछ अच्छा किया होगा। इसलिए आप मुझे पति के रूप में मिले। आप मेरी ताकत हैं, मेरी चट्टान हैं, मेरे गुरु, मेरे सबसे अच्छे दोस्त और मेरे माता-पिता, मेरे सब कुछ हैं। आप एक बेहतरीन अभिनेता और एक बेहतरीन इंसान हैं।'
अशोक सराफ और निवेदिता शराफ में है 18 साल की अंतर
कपल की लव स्टोरी की बात करें तो निवेदिता ने 1990 में गोवा में मंगेशी मंदिर में अशोक सराफ से शादी की। उनका विवाह गोवा में होने के पीछे का कारण मंगेशी देवी अशोक सराफ की कुलदेवी होना रहा। बहुत कम लोग जानते हैं कि कपल उम्र में 18 साल का अंतर है, लेकिन उम्र उनके लिए सिर्फ एक नंबर है। हर गुजरते दिन के साथ दोनों का बंधन और मजबूत होता गया। निवेदिता का जन्म 1965 में और अशोक सराफ का जन्म 1947 में हुआ था। निवेदिता और अशोक सराफ पिछले कई दशकों से हैप्पी मैरिड लाइफ एंजॉय कर रहे हैं। कपल का एक बेटा भी है जिसका नाम अनिकेत है, और वह प्रोफेशनल शेफ है।
आपको बता दें, अशोक और निवेदिता ने कई मराठी फिल्मों में साथ काम किया है। निवेदिता और अशोक सराफ मराठी मनोरंजन इंडस्ट्री के टॉप कलाकारों में शुमार हैं।
अशोक सराफ ने अपने एक्टिंग की शुरुआत ययाति आनी देवयानी नाम के एक कमर्शियल प्ले से की थी। जो वी.वी. शिरवाडकर द्वारा क्लासिक मराठी साहित्य पर आधारित था। बाद में, वह फिल्मों और टीवी शो में शामिल हो गए। अभिनेता अभी भी थिएटर से जुड़े हुए हैं।1980 और 90 के दशक में मराठी फिल्म इंडस्ट्री में कॉमेडी लाने का श्रेय अशोक सराफ को जाता है। उन्होंने लक्ष्मीकांत बेर्डे, सचिन पिलगांवकर और महेश कोठारे जैसे अभिनेताओं की सहायता से मराठी फिल्म को सफलता की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
फिल्म 'पांडु हवलदार' में काम करने के बाद जब एकबार अशोक सराफ अपनी अगली फिल्म की शूटिंग के लिए कोल्हापुर जा रहे थे। अशोक महालक्ष्मी एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे थे, जहां दो पुलिसकर्मियों ने उन्हें पहचान लिया और यह कहते हुए मजाक उड़ाया था कि उनका जीवन अभिनेता से बेहतर है। इस घटना ने अभिनेता को नाराज कर दिया और उन्होंने बाकी की यात्रा के लिए अपना चेहरा कंबल के नीचे छिपा लिया था।