- महाभारत के 'भीम' प्रवीण कुमार सोबती का निधन।
- प्रवीण जाने माने एक्टर थे जिन्होंने करीब 50 फिल्मों में काम किया।
- एक्टर बनने से पहले वो एथलीट रहे थे।
बी.आर चोपड़ा की महाभारत (Mahabharat) में भीम का रोल निभा कर मशहूर हुए और फैंस के दिलों में अपनी पहचान बनाने वाले प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti) का निधन हो गया। उन्होंने 74 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। प्रवीण अपने विशाल कद के लिए जाने जाते थे और उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों में गुंडे और बॉडीगार्ड का रोल प्ले किया था। वो साल 1987 में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) स्टारर सुपरहिट फिल्म शहंशाह (Shahenshaah) में भी नजर आए थे जहां उन्होंने जेके के आदमी का रोल प्ले किया। इसके साथ ही वो सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में डिप्टी कमांडेंट भी रहे थे।
कैसे मिला 'भीम' का रोल
06 दिसंबर 1947 को जन्मे प्रवीण कुमार सोबती 6.6 फीट लंबे थे और इसके लिए भी उन्हें लोग जानते थे। साल 1986 में एक दिन पंजाबी दोस्त ने प्रवीण को आकर बताया कि बीआर चोपड़ा महाभारत बना रहे हैं और वो 'भीम' के किरदार के लिए एक ऐसे शख्स की तलाश कर रहे हैं जो काफी लंबा- चौड़ा हो। इसके बाद प्रवीण बीआर चोपड़ा से मिले और उन्हें यह रोल मिल गया, जिसमें उन्हें काफी पसंद भी किया गया। मालूम हो कि 1988 तक वह 30 फिल्मों में काम कर चुके थे।
स्पोर्ट्स में गोल्ड मेडलिस्ट थे प्रवीण
प्रवीण कुमार 1960 से 70 के दशक के बीच भारतीय एथलेटिक स्टार रहे। उन्होंने कई वर्षों तक भारतीय हैमर और डिस्कस थ्रो पर अपना दबदबा कायम रखा। उन्होंने 1966 और 1970 के एशियाई खेलों में डिस्कस थ्रो में गोल्ड मेडल जीते, जिसमें एशियाई खेलों का रिकॉर्ड 56.76 मीटर था। इसके अलावा साल 1966 में कॉमनवेल्थ गेम्स में और 1974 में एशियन गेम्स में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता। साथ ही उन्होंने 1968 और 1972 समर ओलंपिक्स में भी हिस्सा लिया।
राजनीति में रखा कदम
साल 1998 के बाद प्रवीण कुमार ने एक्टिंग से दूरी बना ली लेकिन करीब 15 साल बाद 2013 में एक बार फिर उन्होंने पर्दे पर कदम रखा और महाभारत और बर्बरीक फिल्म में भीम बने। हालांकि इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा। साल 2013 में वो आम आदमी पार्टी से जुड़े और वजीरपुर से दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव भी लड़ा लेकिन वो हार गए। इसके बाद साल 2014 में वह बीजेपी के साथ जुड़ गए।