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Faridabad Most Polluted City: क्‍यों विश्व का 12वां सबसे प्रदूषित शहर रहा फरीदाबाद, सामने आएगी सच्‍चाई

Updated Mar 25, 2022 | 19:48 IST

Faridabad Most Polluted City: फरीदाबाद जिले का प्रदूषण स्तर विश्व में 12वें स्थान पर है। वही अब नगर निगम ने टेरी (द एनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट) को शहर में प्रदूषण के कारणों को जानने के लिए कार्य सौंपा है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
फरीदाबाद जिले का प्रदूषण स्तर विश्व में 12वें स्थान
मुख्य बातें
  • टेरी के अध्ययन से प्रदूषण के कारणों का चलेगा पता
  • आईक्यू एयर की रिपोर्ट में विश्व का 12वां सबसे प्रदूषित शहर फरीदाबाद
  • निर्माण कार्य के दौरान उड़ रही है धूल, रोकने की नहीं है खास व्यवस्था

Faridabad Most Polluted City: विश्व में फरीदाबाद जिले का प्रदूषण में 12वां स्थान है। वहीं, नगर निगम ने टेरी (द एनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट) को शहर में प्रदूषण के कारणों को जानने के लिए कार्य सौंपा है। नगर निगम के दावों के बावजूद शहर में प्रदूषण की समस्या गंभीर है। लोगों को जहरीले वायु में सांस लेना पड़ रहा है। नतीजन आईक्यू एयर की तरफ से जारी रिपोर्ट में फरीदाबाद को विश्व का 12वां सबसे प्रदूषित शहर बताया गया है। हालांकि, शहर में प्रदूषण की समस्या को देेखते हुए नगर निगम, द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) से अध्ययन करा रहा है, जिससे प्रदूषण के सही कारणों का पता चल सके।

सामाजिक कार्यकर्ता रवि रंजन ने बताया कि, शहर में प्रदूषण की रोकथाम के लिए संबंधित विभागों की ओर से कुछ खास नहीं किया जा रहा है। सरूरपुर में इसके उदाहरण देखे गए हैं। जहां धड़ल्ले से ई-वेस्ट जलाए जा रहे थे। इसके अलावा शहर में निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। सड़कों पर मिट्टी के ढेर लगे रहते हैं। इस पर समुचित तरीके से पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। 

नगर निगम का दावा
सड़कों पर पड़ी धूल वाहनों की रफ्तार से हवा में मिलकर शहर के वायु गुणवत्ता को खराब कर रहा है। नगर निगम का दावा है कि, शहर में कूड़ों में आग लगाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए हर वार्ड में एक-एक टीम बनाई गई है। इनके द्वारा जमकर चालान काटे जा रहे हैं। बावजूद शहर में कई जगहों पर रोज कूड़े में आग लगाई जा रही है। आईक्यू एयर की विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के अनुसार, विश्व में फरीदाबाद जिले का प्रदूषण में 12वां स्थान है। इस रिपोर्ट के अनुसार, पूरे साल पीएम 2.5 औसतन 88.9 दर्ज किया गया। साल 2020 में 83.3 दर्ज किया गया था। 

ये है शहर में प्रदूषण के कारण 

वहीं, नगर निगम ने टेरी (द एनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट) को शहर में प्रदूषण के कारणों को जानने के लिए कार्य सौंपा है। शहर में पौधे भी लगाए जा रहे हैं। जिससे इस समस्या को काबू किया जा सके। हालांकि इससे जुड़े लोगों का मानना है कि, औद्योगिक इकाइयों, टूटी सड़कों, कूड़े जलाने व मलबा के कारण शहर में प्रदूषण की समस्या गंभीर होती है। ऐसे में निगम और संबंधित विभाग को गंभीरता से काम करने की जरूरत है।  

खराब रहा प्रदूषण स्तर 
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, बुधवार शाम चार बजे फरीदाबाद की वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खराब श्रेणी के साथ 218 दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार गुना अधिक है। इसके अलावा बल्लभगढ़ का एक्यूआई 130 दर्ज किया गया। इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।