- जीटी रोड पर बड़ा रूट डायवर्जन किया गया है
- हापुड़ मोड़ से घंटाघर की तरफ किसी भी तरह के वाहनों का प्रवेश बंद
- हल्के और भारी दोनों तरह के वाहन शामिल
Ghaziabad Route Diversion: हरिद्वार से कांवड़ यात्रा का सफर शुरू हो चुका है। धीरे-धीरे भक्त भगवान शिव की इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं। वहीं कांवड़ यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए गाजियाबाद पुलिस ने व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सावन के पहले सोमवार के मौके पर जीटी रोड पर बड़ा रूट डायवर्जन किया गया है। इस डायवर्जन के तहत हापुड़ मोड़ से घंटाघर की तरफ किसी भी तरह के वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है।
इनमें हल्के और भारी दोनों तरह के वाहन शामिल हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर इस रास्ते पर वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। हापुड़ मोड़ से घंटाघर के बीच प्राचीन दूधेश्वरनाथ मंदिर का भी रास्ता है। ऐसे में गाजियाबाद पुलिस ने दूधेश्वरनाथ मंदिर सहित सभी शिवालयों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को बढ़ा दिया है।
गौशाला अंडरपास से वाहनों को मंदिर की तरफ जाने की नहीं है अनुमति
इसके अलावा विजयनगर की ओर से गौशाला अंडरपास से वाहनों को मंदिर की तरफ नहीं आने दिया जाएगा। विजयनगर से आने वाले वाहन चालकों को प्रताप विहार से न्यू लिंक रोड होकर आना और जाना पड़ेगा। हापुड़ तिराहे से लालकुआं की ओर वाहनों को भी जाने की अनुमति नहीं है। इन वाहनों को ठाकुरद्वारा फ्लाईओवर से जाने दिया जाएगा। वहीं घंटाघर की तरफ से हापुड़ तिराहे की ओर जाने वाले वाहन फ्लाईओवर का इस्तेमाल किया जाएगा।
दूधेश्वरनाथ मंदिर पर दो पाली के साथ 75-75 पुलिसकर्मियों तैनात
वहीं कांवड़ यात्रा और रूट डायवर्जन को लेकर एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि, दूधेश्वरनाथ मंदिर पर दो पाली के साथ 75-75 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसमें 10 इंस्पेक्टर, 14 सब इंस्पेक्टर, 80 पुरुष हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल शामिल हैं। महिलाओं श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए 46 महिला हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल भी तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही पुलिस की एक टीम दूधेश्वरनाथ मंदिर की छत पर तैनात रहेगी। एसपी सिटी के आगे बताया है कि, 22 कैमरे मंदिर परिसर और 26 कैमरे मंदिर के बाहर लगाए गए हैं। इसका कंट्रोल रूम मंदिर परिसर के भीतर बनाया गया है। इसके अलावा ड्रोन कैमरे से भी कांवड़ियों पर निगरानी की जाएगी।