- नगर निगम के पार्किंग में अब घंटे के हिसाब से वसूला जाएगा शुल्क
- निजी कंपनी को 10 साल के लिए दी जाएगी पार्किंग की जिम्मेदारी
- महापौर से अप्रूवल लेकर निगम ने जारी किया टेंडर
Ghaziabad Parking: गाजियाबाद के वाहन चालकों के लिए बुरी खबर है। अब शहर में मौजूद नगर निगम की पार्किंग में वाहन पार्क करने के लिए वाहन मालिकों को अपनी जेब ज्यादा ढ़ीली करनी पड़ेगी, क्योंकि निगम अब इन पार्किंग का किराया बढाने जा रहा है। किराये में यह बढ़ोत्तरी एक या दो गुना नहीं बल्कि स्मार्ट पार्किंग मैनेजमेंट सिस्टम को लागू करने के नाम पर कई गुना तक बढ़ाई जाएगी। निगम के अधिकारियों द्वारा इस योजना को तैयार कर टेंडर भी जारी कर दिया है। जल्द ही पूरे शहर की पार्किंग का ठेका देकर वसूली शुरू कर दी जाएगी।
बता दें कि अभी नगर निगम ने 34 स्थानों पर पार्किंग के ठेके दिए हुए हैं। इन जगहों पर आठ घंटे दोपहिया वाहन पार्क करने पर 10 रुपये और चार पहिया वाहन के लिए 20 रुपये शुल्क निर्धारित है। अब निगम ने इन सभी पार्किंग का ठेका किसी एक कंपनी को सौंपने की योजना बनाई है। साथ ही पार्किंग शुल्क का रेट भी पहले से कई गुना तक बढ़ा दिया गया है।
अब हर घंटे के हिसाब से देना होगा शुल्क
नए प्रस्ताव में नगर निगम ने जो शुल्क तय किया है, उसके अनुसार चार पहिया वाहन को पहले दो घंटे के लिए 40 रुपये पार्किंग शुल्क देना होगा, इसके बाद प्रत्येक घंटे पर वाहन मालिक को 20 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। वहीं दो पहिया वाहन चालकों से पहले दो घंटे के लिए 20 रुपये पार्किंग शुल्क लिया जाएग, इसके बाद प्रत्येक घंटे के लिए 10 रुपये देने होंगे। इसी तरह तीन पहिया वाहनों के लिए जहां दो घंटे के लिए 40 रुपये वहीं बस-ट्रकों के लिए 80 रुपये शुल्क तय कर दिया गया है। यानी अब शहर में वाहन रखना लोगों को महंगा पड़ेगा। नगर निगम पार्किंग का ठेका एक ही फर्म को 10 साल के लिए देगा। फर्म को यह अनुमति होगी कि हर दो साल में पार्किंग शुल्क में 10 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकेगा। पार्किंग प्रभारी संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि महापौर की स्वीकृति लेकर टेंडर जारी कर दिया गया है। इससे निगम को सालाना साढ़े सात करोड़ रुपये की आमदनी होगी।