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Mahashivratri Dudheshwar Temple: भगवान दूधेश्वर मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें, रावण ने भी यहीं की थी भोलेनाथ की पूजा

Updated Mar 01, 2022 | 11:01 IST

Mahashivratri Dudheshwar Temple: आज पूरे देश में शिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। भगवान भोलेनाथ के मंदिरों में आज भक्तों की लंबी-लम्बी कतारें लगी हुई हैं। गाजियाबाद के दूधेश्वरनाथ मंदिर में भी भक्त बड़ी संख्या में जल चढ़ाने पहुंचे हैं। मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना रावण के पिता विश्वेश्वर ने की थी और रावण ने भी यहां भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर अपना पहला सर यही अर्पित किया था।

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महाशिवरात्रि पर भगवान दूधेश्वरनाथ मंदिर में लगी भक्तों की भीड़
मुख्य बातें
  • गाजियाबाद के दूधेश्वरनाथ मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त जल चढ़ाने पहुंचे
  • इस मंदिर की स्थापना रावण के पिता विश्वेश्वर ने की थी
  • जो कोई भक्त भी सच्चे मन से मन्नत मांगता है भगवान करते हैं पूरी मुराद

Mahashivratri Dudheshwar Temple: देश भर में आज शिवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिसके तहत गाजियाबाद के प्रसिद्ध भगवान दूधेश्वरनाथ मंदिर में भी देर रात 12:00 बजे से ही भक्तों की लंबी कतार लग गई और सभी भक्तों ने भोलेनाथ पर जलाभिषेक शुरू कर दिया है। दिन निकलते ही भक्तों की इतनी लंबी कतार लग गई कि गौशाला रोड पर करीब 1 किलोमीटर तक भक्तों की लंबी कतार दिखाई दी और हर कोई भक्त भोलेनाथ के जयकारे को लगाता हुआ और अपनी बारी का इंतजार करता हुआ दिखाई दिया।

रावण के पिता ने की स्थापना

बताया जाता है कि गाजियाबाद का यह प्राचीन प्रसिद्ध भगवान दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर की स्थापना रावण के पिता विश्वेश्वर ने की थी और रावण ने भी यहां भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर अपना पहला सर यही अर्पित किया था और तभी से इस मंदिर की यही मान्यता है कि जो भी भक्त अपने कोई भी मनोकामना लेकर पहुंचता है, भगवान भोलेनाथ उसकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं। बताया यह भी जाता है कि देश के प्रमुख 8 मठ में से यह प्रसिद्ध मंदिर का मठ भी गिना जाता है।

आधी रात से शुरू हुआ जलाभिषेक

गाजियाबाद के इस प्रसिद्ध भगवान दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में देर रात से ही भक्तों की लंबी कतार लगनी शुरू हो गई और 12:00 बजे से जलाभिषेक शुरू हो गया हालांकि अभी भक्त त्रयोदशी का जल चढ़ा रहे हैं।अभी कुछ समय बाद भी चौदस मुहूर्त शुरू हो जाएगा लेकिन भक्त अपनी मनोकामना लेकर देर रात से ही लंबी कतार में खड़े हुए हैं। बताते चलें कि यह प्रसिद्ध मंदिर गौशाला रोड पर स्थित है 2 दिन पहले से ही इस सड़क को पूरी तरह से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया था। क्योंकि मंदिर के अंदर से ही बाहर करीब 1 किलोमीटर तक भक्तों की लंबी कतार लग जाती है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल के अलावा मंदिर समिति के कार्यकर्ता भी व्यवस्था बनाने में लगे हुए हैं ताकि किसी भी भक्त को कोई परेशानी ना हो।

2 साल बाद भक्तों को मिली जलाभिषेक की अनुमति

मंदिर के महंत श्री नारायण गिरी जी महाराज ने बताया कि पिछले 2 साल से कोरोना के कारण मंदिर में शिव भक्तों को अधिक संख्या में एकत्र होने की अनुमति नहीं थी। लेकिन इस बार कोरोना से कुछ राहत मिली है तो भक्तों की भीड़ इस बार दिखाई दी है और सभी शिव भक्तों में आशा उत्साह दिखाई दे रहा है।