- एमएमजी अस्पताल में अगले सप्ताह से शुरू होगा एमआरआई सुविधा
- एमआरआई के लिए मरीजों को देना होगा सिर्फ एक रुपये
- रेडियोलाजिस्ट और अन्य स्टाफ का प्रशिक्षण शुरू
Ghaziabad MMG Hospital: गाजियाबाद के लोगों के लिए खुशखबरी है। अब यहां के लोगों को एमआरआई कराने के लिए प्राइवेट लैब में न तो धक्के खाने पड़ेंगे और न ही हजारों रुपये खर्च करना पड़ेगा। यहां के जिला एमएमजी अस्पताल में जल्द ही एमआरआई की सुविधा शुरू होने वाली है, वही भी मात्र एक रुपये में। मरीज यहां पर एक रुपये खर्च कर शरीर के किसी भी हिस्से की एमआरआई करा सकते हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा शासन स्तर पर प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे अब स्वीकृति मिल गई है। अस्पताल अगले एक सप्ताह में एमआरआई मशीन लगा देगा।
अस्पताल के सीएमएस डॉ मनोज कुमार ने इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि, इस प्रोजेक्ट में करीब 10 करोड़ कीमत की मशीन मंगाई जा रही है। इसके साथ ही रेडियोलाजिस्ट और अन्य स्टाफ की नियुक्ति व प्रशिक्षण का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
डॉ मनोज ने बताया कि इस अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन करीब दो हजार मरीज आते हैं, इनमें से 20 फीसदी मरीजों का एक्स-रे, 10 फीसदी का अल्ट्रासाउंड और एक हजार मरीजों की पैथालाजी में ब्लड जांच की जाती है। वहीं करीब 100 ऐसे मरीज भी होते हैं, जिन्हें एमआरआई कराने की सलाह दी जाती है।
क्या होता है एमआरआई
गर्मी के चलते इन दिनों मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। बता दें कि मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एमआरआई) एक प्रकार का स्कैन है जो शरीर के अंदर की विस्तृत छवियों का उत्पादन करने के लिए मजबूत चुम्बकीय क्षेत्र और रेडियो तरंगों का उपयोग करता है। एमआरआई स्कैन के परिणामों का उपयोग स्थितियों का निदान करने, उपचार की योजना बनाने और यह आकलन करने में किया जा सकता है कि पिछला उपचार कितना प्रभावी रहा है। एमआरआई स्कैन का उपयोग शरीर के लगभग किसी भी हिस्से की जांच के लिए किया जा सकता है
दूरसंचार विभाग की टीम ने किया निरीक्षण
इस अस्पताल में टेलीमेडिसिन हब स्थापित करने के लिए दूरसंचार विभाग की टीम ने भी यहां का दौरा किया। इस दौरान टीम ने अस्पताल के अंदर इंटरनेट नेटवर्क स्थापित करने के लिए 45 स्थानों को चयनित किया। अब एमआइआई के साथ यहां के ओपीडी कक्ष, पैथालाजी लैब, इमरजेंसी,एक्स-रे ,अल्ट्रासाउंड और सीएमएस कार्यालय में भी इंटरनेट नेटवर्क होगा।