लाइव टीवी

Ghaziabad Nagar Nigam: शहर की स्वच्छता पर राय देने में गाजियाबाद के लोग प्रदेश में सबसे आगे

Updated Apr 06, 2022 | 14:26 IST

Ghaziabad Nagar Nigam: स्‍वच्‍छता सर्वेक्षण एक बार फिर से शुरू हो गया है। गाजियाबाद में भी इस सप्‍ताह टीम पहुंचने वाली है। इससे पहले यहां के लोग सोशल मीडिया के जरिया स्‍वच्‍छता पर जमकर अपनी राय रख रहे हैं। इस समय गाजियाबाद ट्वीट करने में प्रदेश में अव्‍वल है।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspFacebook
गाजियाबाद शहर में भी टीम करेगी स्वच्छ सर्वेक्षण
मुख्य बातें
  • स्‍वच्‍छता सर्वेक्षण पर गाजियाबाद के खुलकर रख रहे अपनी राय
  • स्‍वच्‍छता पर ट्वीट करने में गाजियाबाद प्रदेश में अव्‍वल
  • सर्वे करने इसी सप्‍ताह पहुंचेगी केंद्रीय टीम

Ghaziabad Nagar Nigam: गाजियाबाद शहर स्‍वच्‍छता सर्वेक्षण के रैंक में भले ही फिसड्डी रहता हो, लेकिन यहां के लोग शहर की कमियां और अच्‍छाईयां बताने में बिलकुल भी पीछे नहीं रहते हैं। इस समय गाजियाबाद स्‍वच्‍छता सर्वेक्षण के बारे में ट्वीट करने के मामले में सबसे अव्‍वल है। वहीं पूरे देश में दूसरे स्‍थान पर है। देश के टॉप-10 शहरों में गाजियाबाद नगर निगम प्रदेश का इकलौता निगम है। देश में पहले स्थान पर जगदलपुर है।

बता दें कि कई शहरों में स्‍वच्‍छता सर्वेक्षण शुरू हो गया है, गाजियाबाद में भी इसी सप्‍ताह टीम पहुंचने वाली है। केंद्र सरकार इस सर्वेक्षण से पहले आम लोगों की राय लेती है, आम लोग सोशल मीडिया के द्वारा शहर में स्‍वच्‍छता से जुड़ी खामियां और अच्छाइयां बता सकते हैं। गाजियाबाद नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण में इंटरनेट मीडिया पर स्वच्छता संबंधी पोस्ट भी करनी होती है।

सोमवार को जारी होती है सूची 

आम लोग ट्विटर के साथ फेसबुक और इंस्टाग्राम पर नगर निकाय पर अपनी पोस्ट डालते हैं। हर पोस्ट के साथ स्वच्छ सर्वेक्षण का हैश टैग भी लगाना होता है। इसी टैग से पोस्ट गिनी जाती हैं। हालांकि वरीयता सूची सिर्फ ट्विटर के आधार पर जारी की जाती है। यह सूची हर हफ्ते सोमवार को जारी होती है। पिछले हफ्ते गाजियाबाद देश में तीसरे स्थान पर था।

इस हफ्ते से टीम करेंगी सर्वेक्षण

शहर में स्‍वच्‍छता सर्वेक्षण करने के लिए केंद्रीय टीम इसी हफ्ते गाजियाबाद पहुंचेंगी। सर्वेक्षण में अलग-अलग मानकों को देखने के लिए चार टीम आएंगी, जिसमें कूड़ा निस्तारण, जल संरक्षण और स्थानीय लोगों का आफलाइन फीडबैक के आधार पर गाजियाबाद नगर निगम को नंबर दिए जाएंगे। बता दें कि स्वच्छ सर्वेक्षण 31 मार्च तक होना था, लेकिन इस माह में विधानसभा चुनाव की मतगणना के साथ सरकार का गठन भी हुआ। इस कारण सर्वेक्षण की अवधि 15 दिन बढ़ा दी गई है। इसी अवधि में