लाइव टीवी

Ghaziabad Illegal Arms: अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंड़ाफोड़, 36 अवैध असलहे के साथ तीन गिरफ्तार

Updated May 28, 2022 | 16:09 IST

Ghaziabad Illegal Arms: गाजियाबाद पुलिस ने ऑपरेशन पाताल के तहत एक और अवैध असलहा फैक्‍ट्री का भंडाफोड़ किया है। एक खंडहर में चल रही इस फैक्‍ट्री से पुलिस ने 38 बने, चार अधबने तमंचे और इन तमंचाों को बनाने के उपकरण बरामद किए हैं। साथ ही यहां से तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspTwitter
गाजियाबाद में पुलिस ने पकड़ी अवैध असलहा बनाने की फैक्‍ट्री
मुख्य बातें
  • गाजियाबाद के लोनी इलाके में पकड़ी गई अवैध असलहा फैक्‍ट्री
  • फैक्‍ट्री से पुलिस ने बरामद किए 38 बने और 4 अधबने असलहे
  • अवैध असलहे बनाने में तीन आरोपी भी हुए गिरफ्तार

Ghaziabad Illegal Arms: गाजियाबाद के अंदर अवैध असलहों के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन पाताल लगातार जारी है। इस ऑपरेशन के तहत पुलिस को एक बार फिर से बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस टीम ने देर रात लोनी बार्डर थाना क्षेत्र की खुशी वाटिका कालोनी के एक खंडहर मकान में चल रहे अवैध हथियार फैक्‍ट्री का भंडाफोड़ करते हुए बड़ी मात्रा में असलहा बरामद किया है। पुलिस ने इस फैक्ट्री में काम करने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार करने के साथ उनके पास से 38 बने, चार अधबने तमंचे और इन तमंचों को बनाने के उपकरण बरामद किए हैं। सभी आरोपियों को पूछताछ कर जेल भेज दिया गया है।

एसपी देहात ईरज राजा ने पुलिस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को लगातार लोनी क्षेत्र में अवैध रूप से तमंचे बनाने और रिपेयर करने की सूचना प्राप्त हो रही थी। मुखबिरों से पुख्‍ता जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने बार्डर थाना क्षेत्र की खुशी वाटिका कॉलोनी स्थित एक खंडहर मकान की फैक्ट्री में छापा मारा। यह कार्रवाई रात करीब साढे़ बारह बजे तीनों थानों की संयुक्त पुलिस ने संयुक्‍त रूप से की।

खंडहर के अंदर मिली फैक्ट्री, बरामद हुआ ये 

जांच के दौरान खंडहर के अंदर तीन युवक छिपे मिले, जिसके बाद पूरे खंडहर की तलाशी लेने पर वहां 38 बने और चार अधबने हथियारों के साथ रिपेयर करने के उपकरण बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोबीन निवासी पूजा कॉलोनी लोनी, नीरज व विष्णु निवासी अंजली विहार कॉलोनी, लोनी बताई जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने अब हथियारों की इस फैक्ट्री पकड़ने वाली टीम को पुरस्कार देने की अनुशंसा की है।

कई जिलों में फैले हैं तार

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने पुलिस को बताया कि उन लोगों ने करीब चार-पांच महीने पूर्व खंडहर में तमंचे बनाने, रिपेयर करने का काम शुरू किया था। आरोपियों ने स्‍वीकार किया कि, दिल्ली व एनसीआर के कई जिलों में उनका नेटवर्क है। लोग उनसे तमंचे खरीदने व बेचने आते थे। आरोपी 315 बोर का तमंचा साढ़े तीन से चार हजार व 12 बोर का तमंचा ढाई से तीन हजार में बेचते थे। पुलिस क्षेत्राधिकारी रजनीश कुमार उपाध्याय ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि मोबीन का किसी से विवाद चल रहा था। वह उसकी हत्या करने के लिए मौका तलाश रहा था।