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इस बीमारी से जूझ रही है देश की 40 फीसदी महिलाएं, पुरुषों में बढ़ रहा असामान्य शुगर का लेवल

Updated Apr 08, 2018 | 08:38 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

तेजी से बदलती लाइफस्टाइल के चलते  भारत में पुरुषों की तुलना में करीब 40 फीसदी महिलाओं में ये बीमारी तेजी से फैल रही है। वहीं, महिलाओं की तुलना में 20 प्रतिशत से अधिक पुरुषों असामान्य शुगर स्तर से पीड़ित हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
भारत में पुरुषों की तुलना में करीब 40 फीसदी महिलाएं एनीमिया से जूझ रही हैं।

नई दिल्ली. तेजी से बदलती लाइफस्टाइल के चलते  भारत में पुरुषों की तुलना में करीब 40 फीसदी महिलाएं एनीमिया से जूझ रही हैं। वहीं महिलाओं की तुलना में 20 प्रतिशत से अधिक पुरुष असामान्य शुगर स्तर से पीड़ित हैं। एसआरएल डायग्नॉस्टिक्स के एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है। संस्था ने निवारक स्वास्थ्य जांच की जरूरत पर जोर दिया है। करीब 80 फीसदी लोगों में विटामिन डी के स्तर में कमी पाई गई। महिलाओं में विटामिन डी की अधिक कमी थी जबकि पुरुषों में विटामिन डी की पर्याप्त नहीं थी।

सर्वे के मुताबिक पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक पाया गया। महिलाओं की तुलना में पुरुष में सर्वाधिक अव्यवस्थित एलडीएल, एचडीएल और ट्राइग्लिसराइड स्तर था। लगभग 38 फीसदी महिलाओं में पुरुषों (16 फीसदी) के मुकाबले एनीमिया के मामले अधिक थे। 61 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं में एनीमिया से पीड़ित होने की अधिक संभावना थी। करीब 20 फीसदी व्यक्ति डायबेटिक या प्री डायबेटिक पाए गए। महिलाओं की तुलना में (17.36 फीसदी) पुरुष में अधिक असामान्य शर्करा स्तर (20.82 फीसदी) दिखा। 

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पुरुषों में विटामिन डी का स्तर कम
महिलाओं की तुलना में (77 फीसदी) पुरुषों में विटामिन डी स्तर (80 फीसदी) कम था। महिलाओं की तुलना में (27.85 फीसदी) पुरुषों (33.88 फीसदी) में विटामिन बी 12 का असामान्य स्तर अधिक था। यह आंकड़ा 2015-17 के दौरान भारत में तीन लाख पुरुषों और महिलाओं पर किए गए सर्वे पर आधारित है।  एसआरएल डायग्नोस्टिक्स के सीईओ अरिंदम हल्दर के मुताबिक हमें बायोमेडिकल और संचार प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए ताकि हम अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के साथ यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज की दिशा में प्रगति कर सकें।

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ये बताता है रिजल्ट 
आरएंडडी, एसआरएल डायग्नॉस्टिक्स के सलाहकार और मेंटॉर-डॉ. बी आर दास ने कहा-यह रिजल्ट निवारक स्वास्थ्य जांच के महत्व और सेवाओं का लाभ उठाने के लिए लोगों के बीच बढ़ती जागरूकता को उजागर करते हैं। मेडिकल साइंस और टेक्नोलॉजी के विकास के साथ, बहुत सी बीमारियों का ठीक और जल्द ही ठीक किया जा सकता है। अरिंदम हल्दर ने कहा-हर व्यक्ति की पहुंच सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक होनी चाहिए। 

(IANS इनपुट के साथ)

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