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Acupuncture for weight loss: डायटिंग से नहीं बन रही बात तो एक्‍यूप्रेशर से घटाए वजन, ये 5 टिप्‍स आएंगे काम

Updated Dec 12, 2021 | 09:25 IST

Acupuncture for weight loss : एक्‍यूप्रेशर चीन की एक प्राचीन तकनीक है जो इन दिनों काफी लोकप्रिय हो रही है। इसके तहत शरीर में कुछ खास बिंदुओं पर दबाव डाला जाता है, जिससे शरीर पर सकारात्‍मक प्रभाव पड़ता है।

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Acupressure for weight loss (pic: Istock)
मुख्य बातें
  • व्‍यस्‍त जीवनशैली में डायटिंग और एक्‍सरसाइज कई बार संभव नहीं होते।
  • शरीर के खास बिंदुओं को दबाने से शरीर पर इसका सकारात्‍मक असर दिखता है।
  • चीन में काफी प्रचलित है एक्‍यूप्रेशर तकनीक

Acupressure points in body: वजन कम करना बेहद जरूरी बन जाता है जब ज्‍यादा वजन के चलते स्वास्थ्य पर नकारात्‍मक प्रभाव दिखे। ज्यादातर लोग वजन घटाने के लिए डायटिंग और एक नियमित वर्क-आउट का सहारा लेते हैं, लेकिन आजकल की व्‍यस्‍त जीवनशैली में कई बार ये संभव नहीं। ऐसे में मोटापा कम करने के लिए एक्‍यूप्रेशर को अपनाया जा सकता है। यह चीन की एक प्राचीन तकनीक है जो इन दिनों काफी लोकप्रिय हो रही है। 

यह न सिर्फ वजन घटाने बल्कि तनाव को कम करने, पाचन में सुधार और चयापचय को अनुकूलित करने में भी प्रभावी साबित होता है। हमारे शरी में कुछ खास प्‍वाइंट होते हैं इन्‍हें एक्यूपंक्चर बिंदु या मध्याह्न रेखाएं कहते हैं। इन्‍हें आप अपने वजन घटाने के लिए प्रयोग कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि ये कौन से प्‍वाइंट हैं और इन्‍हें कैसे दबाना है। 

सैनिनजियाओ (SP6)
यह बिंदु आंतरिक टखने की हड्डी से तीन इंच नीचे स्थित होता है। माना जाता है कि यह निचले पेट के अंगों और पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। इस पर मसाज करने के लिए सैनिनजियाओ बिंदुओं में से एक पर एक से दो अंगुलियां रखें। उंगलियों से बिंदु पर हल्‍के हाथों से सीधे दबाव डालें। अब 2 से 3 मिनट तक मालिश करें। इस दौरान सर्कुलर मोशन का  प्रयोग करें।
इसे दूसरी तरफ भी  दोहराएं।

रेनझोंग (जीवी26)
यह बिंदु जहां नासिकाएं मिलती हैं उससे एक इंच से भी कम नीचे स्थित होता है। इस बिंदु को 'फिलट्रम' भी कहा जाता है। माना जाता है कि यह मोटापे से निपटने में विशेष रूप से प्रभावी है।
इस बिंदु को दृढ़ दबाव के साथ मालिश करें। हालांकि इस दौरान बहुत जोर न लगाएं। 

ज़ुहाई (SP10)
यह बिंदु घुटने के ऊपर और जांघ की मांसपेशी के नीचे स्थित होता है। यह बिंदु प्लीहा मेरिडियन के साथ स्थित है। माना जाता है कि इस प्‍वाइंट को दबाने से रक्त शर्करा के स्तर पर काफी प्रभाव पड़ता है। इसे भी दो अंगुलियों से हल्‍के हाथ से प्रेस करना है। 

झोंगवान (CV12)
नाभि से चार इंच ऊपर स्थित यह बिंदु ऊपरी पेट, पेट और आंतों के अंगों को प्रभावित करता है। इसे हल्‍के हाथों से 2 से 3 मिनट के लिए दबाएं। यह वजन कम करने के साथ पाचन संबंधित दिक्‍कतों को भी दूर करने में मदद करता है। 

ज़ुसानली (ST36)
यह बिंदु घुटने की टोपी से लगभग तीन इंच नीचे स्थित होता है। यह पेट के मध्याह्न रेखा के साथ स्थित होता है। यह ऊपरी पेट के अंगों को प्रभावित करता है। यह पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र जो पाचन को नियंत्रित करता है, और जिससे शरीर की ऊर्जा मिलती है। इसे दुरुस्‍त रखने में मदद करता है। 

Disclaimer: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है। इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। इस तरीके को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।