- कटहल में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है
- मिनिरल्स, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट युक्त सब्जी है ये
- कटहल कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है
कटहल कच्चा या पका कर किसी भी तरह से खाया जा सकता है। ये ऐसी सब्जी है जो कच्चे में तो सब्जी कि तरह से प्रयोग होती है लेकिन जब पक जाए तो यह फल की तरह बन जाता है। इसमें कई तरह के विटामिन, खनिज, फाइटोन्यूट्रिएंट्स, फाइबर, प्रोटीन और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं और ये सभी चीजें हमारी शरीर की रोज की जरूरत होती है। आपको जान कर आश्चर्य होगा कि इसमें केवल इतने ही पोषण तत्व नहीं बल्कि इसमें और कई अन्य पोषक तत्व भरे होते हैं जो शरीर में कई कमियों को दूर कर बीमारियों से भी बचाता है।
हर किसी के लिए है फायदेमंद
कटहल में ऐसा कुछ नहीं जो किसी को नुकसान करें। यानी न तो ये बादी होता है और नही पचने में इसे किसी तरह की दिक्कत आती है। इतना ही नहीं कटल से किसी को एलर्जी भी नहीं होती। ऐसे में ये किसी सुपरफूड से कम नहीं। ढेर सारे फाइबर से भरा ये कटहल एक नहीं कई तरह कि बीमारियों में फायदेमंद है। वेट कम करने से लेकर डायबिटीज, हाई बीपी को कंट्रोल करने और इम्यून को मजबूत बनाने वाला होता है। तो आइए जानें इसके क्या फायदे हैं।
1. वेट लॉस में बेहद कारगर
क्योंकि कटहल फाइबर से भरा होता है इसलिए इसमें कैलोरी बहुत कम होता है। ये वसा रहित होता है और और यही कारण है कि ये वेट कम करने वालों के लिए सुपरफूड होता है। इसके अलावा कटहल में अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है और इसके कारण हम लंबे समय तक पेट को भरा महसूस करते हैं।
2. उच्च रक्तचाप को करता है कंट्रोल
पोटेशियम एक बहुत ही महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो आपके शरीर में होना ही चाहिए अगर आप हाई बीपी से पीड़ित हैं। ये पोषक तत्व नमक के दुष्प्रभावों को कम करने में मदद करता है। कटहल दिल और संचार प्रणाली के सुधार करने में भी कारगर है। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए इस पोटेशियम युक्त फल को अपने आहार में जरूर शामिल करें।
3. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है
बिना पके हुए इस फल में विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स भरा होता है। ये पोषक तत्व प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों से लड़ते हैं और इस प्रकार संक्रमण खत्म होता है और स्वास्थ्य हमेशा बेहतर बना रहता है।
4. आँखों के लिए बढ़िया
कटहल विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन) का एक पावरहाउस है और यह पोषक तत्व बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। यह आँखों को हानिकारक पराबैंगनी किरणों से भी बचाता है। इतना ही नहीं है, यह रेटिना के पतन को भी रोकता है और मोतियाबिंद जैसे रोगों के जोखिम को भी कम करता है।
5. रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है
कटहल कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है। यह फाइबर,प्रोटीन और एंटीऑक्सिडेंट में भी समृद्ध होता है और ये कारक रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। जब ये पक जाता है और फल बन जाता है तब भी ये मीठा होने के बावजूद,रक्त में शर्करा का अवशोषण धीमा ही रखता है इससे मधुमेह के रोगी इसे खा सकते हैं।
तो अपनी डाइट में अब कटहल को भी जगह देना शुरू कर दें। इसे फल या सब्जी किसी भी रूप में खाते रहें ताकि आपकी कई परेशानियां जन्म ही नहीं लेने पाएं।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।)
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