नई दिल्ली: ऐनाबालिक स्टेरॉयड का प्रयोग करने से टेस्टोस्टेरोन का स्राव कम हो जाता है। इसका इस्तेमाल करने वाले लोग जब इसे बंद कर देते हैं, तो उन्हें भी टेस्टोस्टेरोन की कमी की दिक्कत का सामना करना पड़ता है। एथलीट जैसे ही इसका प्रयोग बंद कर देते हैं, वैसे ही कोर्टिसोल हारमोन मांसपेशियों के उत्तकों को तोड़ना शुरू कर देता है। ऐसा होने पर तेजी से उनकी ताकत और मांसपेशियों का आकार घटने लगता है। ऐनाबालिक स्टेरॉयड का इस्तेमाल करने वाले लोगों में कोर्टिसोल के प्रभाव पुनः पैदा होने से उन्हें कई गंभीर समस्याएं होती हैं।
यदि पुरुष स्टेरॉयड का गलत इस्तेमाल करते हैं, तो कई स्थितियों में उनके अंडकोष के सिकुड़ने की संभावना ज्यादा रहती है। स्टेरॉयड का पुरुषों में सबसे गंभीर दुष्प्रभाव उनके शुक्राणओं की संख्या को कम कर देता है, जिसमें उन्हें अक्सर पिता बनने में समस्या आती है। कई पुरुषों में स्टेरॉयड का दुष्प्रभाव गंजेपन के रूप में सामने आता है, जो कि स्थाई रूप से भी हो सकता है।
स्टेरॉयड का गलत इस्तेमाल करने से पुरुषों की छाती महिलाओं के स्तनों के रूप में तब्दील हो जाती है। इससे उनके स्तन बन जाते हैं। इसे गाइनोकोमास्टिया कहा जाता है। यदि आप गलत तरीके से स्टेरॉयड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है।
स्टेरॉयड का गलत इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर लोग इसे मौखिक, इंजेक्शन के माध्यम से मांसपेशियों में डालते हैं या त्वचा पर क्रीम या जेल के रूप में लगाते हैं। इनकी खुराक सामान्यतः डॉक्टर के उपचार के लिए सुझाए गए डोज से 10 से 100 गुना ज्यादा होती है। इसलिए इसका इस्तेमाल बिना जानकार के बिल्कुल नहीं करना चाहिए अन्यथा आपको दुष्परिणाम झेलने पड़ सकते है।