नई दिल्ली: बॉडी बिल्डिंग में आपने अक्सर स्टेरॉयड का नाम सुना होगा। इसके अलावा खबरों में आपने पढ़ा होगा कि एक खिलाड़ी प्रतियोगिता से पहले ही डोप टेस्ट में फेल हो गया। कई बार युवा या बॉडी बिल्डर्स कम समय में अच्छी बॉडी बनाने के लिेए स्टेरॉयड या इंजेक्शन का इस्तेमाल करते हैं।
कुछ लोग इसे इंजेक्शन कहते हैं तो कुछ स्टेरॉयड के नाम से जानते हैं। कई लोग बिना इसके फायदे-नुकसान के बारे में जानकारी हासिल किए इसका इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं नतीजतन उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। हम आपको स्टेरॉयड के बारे में बताएंगे कि आखिर यह क्या होता है? और क्यों एक्सरसाइज करने वाले लोगों को इससे दूरी बनाकर रखनी चाहिए?
स्टेरॉयड एक प्रकार का रासायनिक पदार्थ होता है जो हमारे शरीर के अंदर ही बनता है। इसके अलावा यह प्राकृतिक रासायनिक पदार्थ का केमिकल रूप होता है, जिसका इस्तेमाल किसी विशेष बीमारी के उपचार के लिए किया जाता है। स्टेरॉयड को एक ऐसी दवा के रूप में भी जाना जाता है जो आपकी मांसपेशियों का विकास करती है। अक्सर खिलाड़ी किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से पहले इसका इस्तेमाल करते हैं जो बिल्कुल प्रतिबंधित है।
स्टेरॉयड के दुष्प्रभाव
पुरुषों में मनोवैज्ञानिक रूप से दिक्कतें बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती हैं जिसमें वह स्टेरॉयड्स के ऊपर निर्भर हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्हें लगता है कि स्टेरॉयड का इस्तेमाल बंद करने पर उनकी ताकत और मांसपेशियों का आकार घट जाएगा। इस स्थिति से बचने के लिए अक्सर एथलीट लंबे समय तक स्टेरॉयड का इस्तेमाल करते रहते हैं।
लंबे समय तक इसका इस्तेमाल कई गंभीर समस्याएं खड़ी कर सकता है। स्टेरॉयड्स का इस्तेमाल करने वाले लोगों में खांसी और जुकाम जैसी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। यह संभावना स्टेरॉयड्स के इस्तेमाल करने के तुरंत बाद की अवधि में ज्यादा होती है। इसके अलावा इससे कई जानलेवा समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।
इसलिए बिना किसी डॉक्टर की देखरेख में इसके दुष्परिणाम आपको झेलने पड़ सकते है।