- डिटॉक्सिफिकेशन थेरेपी से खुद को जवां बना रहे सेलेब्रिटीज
- ऑस्ट्रिया के रिट्रीटिंग सेंटर में ले रहे सेलेब्स विशेष ट्रेनिंग
- दो सप्ताह के बाद शुरू होती है डिटॉक्सिफिकेशन थेरेपी
खुद को फिट एंड फाइन बनाने के लिए सेलेब्स तमाम तरह के फंडे अपनाते हैं। कोई जिम में घंटों समय बीताता है तो कोई आउटडोर एक्टविटी पर जोर देता है, लेकिन इन दिनों बॉलीवुड सेलेब्स इस रुटीन से अलग हट कर कुछ नया ट्राई कर रहे हैं।
ये नया नेचुरल तरीके से खुद को फिट एंड फाइन रखने के साथ एजिंग इफेक्ट को कम करने के लिए किया जा रहा है। दीपिका पादुकोण, आलिया भट्ट, मलाइका अरोड़ा, करण जौहर, रणवीर सिंह और सोनम कपूर जैसे कई सेलेब्स इन दिनों आस्ट्रिया का दौरा बार-बार कर रहे हैं और इसके पीछे कारण कुछ और नहीं बल्कि खुद को डिटॉक्स करना है।
बॉलीवुड का सबसे मशहूर डिटॉक्स रूट
इन दिनों बॉलीवुड का सबसे मशहूर डिटॉक्स रूट आस्ट्रिया बन गया है। यहां हर कोई खुद को डिटॉक्स करने और स्वस्थ रहने के गुर सीखने जा रहा है। कैमरे की चमक, शूटिंग और हैक्टिक लाइफ से खुद के लिए बचे थोड़े से समय में ही हेल्दी टाइम निकालने के लिए सेलेब्स नेचुरोपैथी से जुड़ रहे हैं। इसके लिए वे प्राकृतिक चीजों और प्राकृति तरीकों से खुद को जवां, स्वस्थ और एक्टिव बनाने का प्रयास कर रहे हैं और इसी क्रम में वे आस्ट्रिया का दौरा कर रहे हैं।
ऑस्ट्रिया के वीवामायर रिट्रीट में ले रहे ट्रेनिंग
डेटोक्स स्पा और वेलनेस रिट्रीट सेलेब्स को न केवल जीवंत और आरामदायक महसूस करा रहा बल्कि उनके एजिंग इफेक्ट को भी कम कर रहा है। ऑस्ट्रिया के सबसे लोकप्रिय वेलनेस रिट्रीट स्थित वीवामायर रिट्रीट इन दिनों सेलेब्स का आरामगाह बन गया है।
वेट लॉस के लिए भी ले रहे थेरेपी
ऑस्ट्रिया में प्रसिद्ध वेलनेस रिट्रीट "मेयर क्योर" बेस पर काम करता है। एक ऑस्ट्रियाई चिकित्सक ने लंबे समय के बाद शरीर को डिटॉक्स करने का सबसे बेहतर तरीका ढूंढा है। इस डिटॉक्सिफिकेशन के जरिये न केवल गलत आदतों से छुटकारा मिलता है बल्कि स्ट्रेस के कारण खत्म हो रहे शरीर को ये दोबारा जीवनदान भी देता है। डिटॉक्सिफिकेशन के इस कार्यक्रम को बहुत सावधानीपूर्वक और सख्ती के साथ फॉलो कराया जाता है। डिटॉक्सिफिकेशन चिकित्सा शुरू करने से पहले कम से कम दो सप्ताह तक जांच शरीर की जांच की जाती है उसके बाद यह प्रक्रिया शुरू होती है। इस प्रोग्राम में शामिल योग कार्यक्रम को सेलेब्स खूब पसंद करते हैं, क्योंकि ये तेजी से वेट कम करने और बॉडी को शेप देने का काम करता है। यही कारण है कि इस प्रोग्राम कि मांग ज्यादा है।
हेल्दी डाइट चार्ट बनाया जाता है
डिटॉक्स सेंटर में हर किसी के लिए अलग-अलग हेल्दी डाइट चार्ट बनता है और हेल्दी डाइट के साथ क्या खांए और क्या न खाएं पर ज्यादा फोकस किया जाता है। डायजेशन प्रक्रिया पर ध्यान दे कर यहां डिटॉक्सिफिकेशन का काम शुरू होता है। इससे वेट लॉस प्रमोट होता है। इसमें ट्रेनिंग लेने वाले कि डाइट बिलकुल बदल दी जाती है और कम से कम दो सप्ताह तक डिटॉक्सिफिकेशन किया जाता।
ऐसे बदलाव किए जाते हैं
- डिटॉक्सिफिकेशन में छोटे केवल नेचुरल चीजों को दिया जाता है और छोटी मात्रा में बार-बार खाना होता है।
- खानपान से कैफीन, शराब या चीनी जैसी चीजें पूरी तरह से हटा दी जाती हैं।
- डिटॉक्सिफिकेशन में फोकस "चबाने" पर भी किया जाता है। हीलर्स का कहना है कि भोजन को धीरे-धीरे चबाना बेहतर पाचन को बढ़ावा देता है। जब आप धीमी गति से खाते हैं, तो आंतें इसे अच्छी तरह से पचाने के लिए बेहतर काम करती हैं।
- सुबह 4 बजे के बाद कच्चा खाना खाने पर जोर दिया जाता है।
पारंपरिक यूरोपियन दर्शन से जा रहा जोड़ा
केंद्र में लोगों को इंटरनेट से जुड़े रहने का मौका दिया जाता है, ताकि वे डिटॉक्सिफिकेशन के साथ पारंपरिक यूरोपीय दर्शन की जड़ों को समझें और ध्यान केंद्रित करके डिटॉक्सिफिकेशन का तरीका जान सकें। ये बिलकुल आयुर्वेद और चीनी चिकित्सा पद्धति के समान ही होता है।
ये हो रहे सेलेब्स को फायदे
लंबे डिटॉक्सिफिकेशन कार्यक्रम के परिणामस्वरूप सेलेब्स तेजी से अपना वेट कम कर बॉडी को शेप दे रहे हैं। साथ ही ये थेरेपी उन्हें उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में देरी की गारंटी भी दे रहा है। क्लिनिक प्राकृतिक शक्तिशाली लवणों के अंतर्ग्रहण को बढ़ावा देकर शरीर कि आंतरिक सफाई में भी मदद करता है। साथ ही डाइट से गायब हो चुके विटामिन्स और मिनिरल्स को फिर से शामिल कर सेलेब्स कि फिटनेस को और बढ़ाने का काम किया जा रहा है।