- जिनकी जांच में कोविड की पुष्टि हुई है अब उन्हें ठीक होने के तीन महीने बाद डोज दी जाएगी
- कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होने या वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद करीब 9 महीने तक एंटी बॉडी मौजूद रहती है
- देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 161.05 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी है
Corona Vaccine new guideline: केंद्र सरकार ने कहा कि संक्रमित पाए गए व्यक्तियों के टीकाकरण (Vaccination) में तीन महीने की देरी होगी। इसमें 'एहतियाती' खुराक (corona precaution dose) भी शामिल है। सभी राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को भेजे गए पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव विकास शील ने कहा, 'कृपया ध्यान दें- जिन व्यक्तियों की जांच में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है अब उन्हें ठीक होने के तीन महीने बाद खुराक दी जाएगी। इसमें 'एहतियाती' खुराक भी शामिल है।'
शील ने कहा, 'मैं अनुरोध करता हूं कि संबंधित अधिकारी इसका संज्ञान लें।' दरअसल कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के आने के बाद एक बार फिर देश में वैक्सीनेशन तेज कर दी गई है, महामारी से से बचाव के लिए सरकार की ओर से कई माध्यमों के जरिए जागरूकता फैलाई जा रही है।
आईसीएमआर (ICMR) के मुताबिक कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होने या वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद करीब 9 महीने तक एंटी बॉडी मौजूद रहती है
गौर हो कि देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 161.05 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह जानकारी दी शुक्रवार को, शाम सात बजे तक टीके की 58,37,209 खुराकें दी गईं। मंत्रालय के मुताबिक चिह्नित लाभार्थियों को अब तक 74,27,700 एहतियाती खुराक दी गई है।
तीन जनवरी को 15-18 वर्ष के किशोरों को टीका देने का अभियान शुरू
पिछले साल 16 जनवरी को देश में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके दिए जाने के साथ टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। इसके बाद दो फरवरी 2021 से अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण शुरू किया गयाबाद के चरणों में अन्य समूहों को टीका देने की शुरुआत की गई। इस साल तीन जनवरी को 15-18 वर्ष के किशोरों को टीका देने का अभियान शुरू हुआ।