- डायबिटीज की बीमारी में शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है
- आम तौर पर ये बीमारी अनहेल्दी खाना खाने से और तनाव लेने से होता है
- डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कई व्यायाम भी हैं जिन्हें करने का लाभ मिलता है
सही खानपान न होने कारण ज्यादातर लोग डायबिटीज के शिकार हो रहे हैं। आलम ये है कि अब डायबिटीज लोगों के लिए आम बीमारी हो गई है। डायबिटीज होने के बाद कई गंभीर बीमारी होने का भी खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक अगर डायबिटीज के आप शिकार हो चुके हैं तो आपको अपने खानपान के साथ-साथ लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देने की जरूरत है। शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने से हार्मोनल बदलाव होता है। ज्यादातर तनाव लेने से मीठा अधिक खाने से अनहेल्दी खाना खाने से डायबिटीज की बीमारी होती है।
यूं तो डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए मरीज कई सारी सावधानियां बरतते हैं जिसमें वे खान पान से लेकर अपनी लाइफस्टाइल तक में बदलाव करते हैं। मीठा खाना बंद कर देते हैं। नियमित तौर पर ब्लड शुगर लेवल चेक करते रहना और फिर जरूरत के हिसाब से इंसुलिन लेना। इन सभी उपायों से वे डायबिटीज को कंट्रोल करते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं डायबिटीज मरीजों के लिए कुछ एक्सरसाइज के बारे में जिन्हें करने से भी वे अपने ब्लड शुगर लेवल पर काबू पा सकते हैं-
मुख्य रुप से तीन प्रकार के एक्सरसाइज हैं- एरोबिक, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और फ्लेक्जिबिलिटी वर्क।
एरोबिक एक्सरससाइज
सप्ताह में करीब-करीब हर रोज लगभग आधे घंटे तक के लिए कार्डियों (एरोबिक) करने की जरूरत है। अगर आपको एक बार में आधे घंटे तक ये एक्सरसाइज करना मुश्किल लग रहा है तो आप इसे 10-10 मिनट के लिए थोड़ी-थोड़ी देर ब्रेक लेकर भी कर सकते हैं। लक्ष्य बना कर चलें कि दिन खत्म होते-होते आप आधे घंटे तक के लिए ये एक्सरसाइज कर लें।
इसमें आप टेनिस, डांसिंग और जुंबा, जॉगिंग और रनिंग, बास्केटबॉल, वॉकिंग, बाइकिंग और स्वमिंग को शामिल कर सकते हैं। इन सबमें से आप कोई सी भी अपनी पसंद के एक्सरसाइज को चुनकर नियमित तौर पर इसे फॉलो करें। ध्यान रखें कि शुरुआत आप 30 मिनट से करें लेकिन बाद में धीरे-धीरे इसकी टाइमिंग बढ़ाते जाएं एक घंटा, डेढ़ घंटा और फिर आगे तक। याद रखें कि सुबह-सुबह अपने पालतू कुत्ते को वॉकिंग रनिंग पर ले जाना भी आपके लिए एक एक्सरसाइज है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
इसके तहत आपको मसल्स बिल्डिंग वाली एक्सरसाइज करने की जरूरत है। आप रोजाना वेट लिफ्टिंग करते हैं तो ये आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा आप पुशअप्स पुलअप्स भी कर सकते हैं। इसमें आप इक्विपमेंट की मदद से एक्सरसाइज कर सकते हैं। इसके लिए आपको जिम की जरूरत पड़ सकती है। अच्छा होगा कि आप इसके लिए पर्सनल ट्रेनर रख लें। सप्ताह में 2 से 3 बार 20 से 30 मिनट तक के लिए वेट लिफ्टिंग कर लिया करें।
फ्लेक्जिबिलिटी ट्रेनिंग
इस एक्सरसाइज को करने के बाद आप अपने मसल्स और ज्वाइंट को पहले से बेहतर पाएंगे। एक्सरसाइज के पहले और एक्सरसाइज के बाद में स्ट्रेचिंग करने से मसल्स में दर्द का खतरा कम हो जाता है। सबसे ज्यादा जरूरी ये है कि आपने इन सब की रुटीन बनाई है तो इसे दिल से फॉलो करें। इसे अपने हेल्थ के जरूरी समझते हुए रोजाना इसका पालन करें आप कुछ ही समय में अपने स्वास्थ्य में फर्क महसूस करेंगे।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)