- वर्क आउट या एक्सरसाइज के बाद मांसपेशियों का दर्द होना आम बात है
- बैठने उठने में या फिर सीढ़ियां चढ़ने उतरने में भी काफी दर्द का एहसास होता है
- व्यायाम से पहले और व्यायाम के बाद स्ट्रेंचिंग की डालें आदत
एक्सरसाइज के बाद मांसपेशियों का दर्द होना आम बात है। बैठने उठने में या फिर सीढ़ियां चढ़ने उतरने में मांसपेशियों और शरीर के जोड़ों में भी काफी दर्द का एहसास होता है। कभी-कभी लगातार वर्क आउट के बाद छाती और हाथ-पैरों में असहनीय दर्द होता है। कोई इस दर्द से राहत पाने के लिए डॉक्टर से पास जाता है तो कोई पेनकिलर का सहारा लेता है। वहीं कई ऐसे भी लोग हैं जो घरेलू इलाज का सहारा लेकर इस दर्द से निजात पाने की कोशिश करते हैं। आज हम आपको इस दर्द से रहात पाने के लिए ऐसे ही कुछ घरेलू इलाज के बारे में आपको बता रहे हैं -
क्या है इसके कारण
कभी-कभी डेली रुटीन के काम करते हुए भी अचानक से शरीर के किसी हिस्से में या किसी हिस्से के मांसपेशियों में दर्द हो जाता है तो वह काफी तकलीफदेह होता है। अगर आप वर्क आउट के दौरान कोई ऑब्जेक्ट गलत तरीके से या गलत पोजीशन में उठाते हैं तो इससे आपके मांसपेशियों में या लोवर बैक में दर्द होने लगता है। मसल सोरनेस (Muscle Soreness) के और भी कई कारण हो सकते हैं जैसे बॉडी में खराब ब्लड सर्कुलेशन, मिनरल की कमी, पर्याप्त मात्रा में पानी ना पीना, आर्थराइटिस इत्यादि। ये खास तौर पर कंधे, गर्दन, ऊपरी बांह, लोवर बैक और जांघों पर असर करता है।
इसके ट्रीटमेंट क्या हैं-
- एक सील प्लास्टिक बैग में क्रश किया हुआ आईस (बर्फ) डालें। अब इसे एक पतले टॉवेल में लपेट दें।
- अब इसे अपने शरीर के प्रभावित जगहों पर लगाएं और हल्के हाथों से सिकाई करें।
- 4 से 8 बार 15-15 मिनट के लिए शरीर के उन हिस्सों पर सिकाई करें।
- पहले दो दिनों तक लगातार ये ट्रीटमेंट करें इसके बाद आप पाएंगे कि आपके शरीर के उन हिस्सों का दर्द छूमंतर हो गया है।
- पानी में भीगे हुए चावल को एक सील प्लास्टिक बैग में रखें और उसे टाइटली बंद कर दें।
- अब इसे माइक्रोवेव में 1 से 2 मिनट तक के लिए कुक करें। ध्यान रखें कि ये ज्यादा गर्म ना हो।
- अब इससे अपने शरीर के उन प्रभावित हिस्सों में सिकाई करें।
- 1-1 हिस्से पर करीब 20 मिनट तक के लिए रखकर सिकाई करें और दिन में कम से कम 3 बार ये काम करें।
- अगर ये पैक ठंडा हो जाता है तो आप दोबारा माइक्रोवेव में डाल कर आप इसे गर्म कर सकते हैं।
- व्यायाम से पहले और व्यायाम के बाद में अगर स्ट्रेचिंग करने की आदत डाल लें तो आपको इस दर्द का सामना नहीं करना पड़ेगा।