- अमरूद में प्रचुर मात्रा में शुगर होती है इसलिए शुगर के मरीजों को इसका ध्यान रखना चाहिए।
- अमरूद को गलत समय पर खाने से पाचन तंत्र समेत दूसरी दिक्कतें हो सकती हैं।
- अमरूद में मौजूद चुनिंदा यौगिक फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Eating Guava Disadvantages : अमरूद एक पौष्टिक फल है। कम कैलोरी होने और प्रचुर मात्रा में फाइबर होने की वजह से यह एक गुणकारी फल है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि अमरूद के पत्तों के अर्क को खाने से दिल, पाचन और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है। हालांकि अमरूद में कुछ ऐसे यौगिक भी होते हैं, जो सबके लिए फायदेमंद नहीं माने जाते हैं। अगर आप कुछ चुनिंदा बीमारियों से ग्रसित हैं तो उन्हें अमरूद नहीं खाने चाहिए, इससे नुकसान हो सकता है।
पेट फूलने की समस्या
अमरूद विटामिन सी और फ्रुक्टोज से भरपूर होता है।अगर किसी को पेट फूलने की दिक्कत है तो उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि इसमें घुलनशील विटामिन होने के कारण हमारे शरीर को बहुत अधिक विटामिन सी को अवशोषित करने में कठिनाई होती है। ज्यादा विटामिन सी की पहुंच से सूजन आ सकती है। फ्रक्टोज की अधिक मात्रा के चलते भी नेचुरल शुगर शरीर द्वारा अवशोषित नहीं होती, जिससे ब्लोटिंग हो जाती है।
पाचन तंत्र में गड़बड़ी
अमरूद फाइबर से भरपूर होता है, लेकिन यदि किसी को कब्ज की समस्याा है और वह अधिक मात्रा में अमरूद का सेवन करे तो पाचन तंत्र गड़बड़ हो सकता है। अगर आप इरिटेटेड बाउल सिंड्रोम से पीड़ित हैं तो फ्रक्टोज को शरीर पूरी तरह से अवशोषित नहीं कर पाएगा।
शुगर के मरीज रखें ध्यान
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए अमरूद पसंदीदा फलों में से एक है। मगर इसे आहार में शामिल करते समय खास ध्यान रखें। क्योंकि 100 ग्राम कटे हुए अमरूद में 9 ग्राम प्राकृतिक चीनी होती है। एक बार में ज्यादा अमरूद खाने से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है।
सर्दी-जुकाम में ना खाएं
अमरूद की तासीर ठंडी होती है। इसलिए सर्दी-जुकाम या खांसी होने पर इसे खाने से बचे। इसके अलावा अमरूद को रात के समय बिल्कुल न खाएं। इससे ठंड लग सकती है। जिसके चलते हाजमा भी बिगड़ सकता है।