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Oversleeping Side Effects: सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है ज्यादा देर सोना, होती हैं ये गंभीर बीमारियां

Updated Apr 29, 2022 | 10:34 IST

Oversleeping Side Effects: अच्छी नींद लेना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इससे दिनभर थकान महसूस नहीं होती और शरीर में ताजगी बनी रहती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादा देर सोना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इससे कई तरह की बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए रात में 7-8 घंटे ही सोना उचित माना जाता है। 

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
ज्यादा सोने से हो सकती हैं गंभीर बीमारियां (प्रतीकात्मक फोटो)
मुख्य बातें
  • 7-8 घंटे की नींद होती है जरूरी
  • ज्यादा सोना सेहत के लिए खतरनाक
  • ज्यादा देर सोने से हो सकती है गंभीर बीमारियां

Oversleeping Side Effects: नींद हर इंसान के लिए जरूरी होती है। नींद न पूरी होने पर कई परेशानियां हो सकती हैं, ये हम सभी को पता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत ज्यादा सोना भी शरीर के लिए अच्छा नहीं माना जाता। इससे ना सिर्फ शारीरिक बल्कि दिमाग से जुड़ी समस्याओं का खतरा भी कई गुणा बढ़ जाता है। आमतौर पर रात को खाना खाने के बाद एक व्यक्ति को 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। इसके अलावा आप दोपहर में हल्की झपकी ले सकते हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा सोने से मोटापा, दिल से जुड़ी बीमारी, सिर दर्द और अवसाद जैसी कई बीमारियां हो सकती है। अगर आप भी ज्यादा देर तक सोने वालों में हैं तो पहले यहां जान लें कि इससे क्या क्या बीमारियां होती हैं।

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मोटापा
जब हम सोते हैं तो शरीर की कैलोरी बर्न नहीं होती। क्योंकि इस दौरान बॉडी कोई फिजिकल वर्क नहीं करता है। इससे वजन बढ़ने की आशंका काफी बढ़ जाती है और लोग मोटापा का शिकार हो जाते हैं।

अवसाद
सोते समय मस्तिष्क किसी तरह का काम नहीं करता जो अवसाद जैसे खतरों को बढ़ा देता है। इसदिन दिन में ज्यादा देर तक सोना काफी नुकसानदेह हो सकता है।

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सिरदर्द
सोते वक्त शरीर में डोपानाइस और सेरोटोनिन नामक हार्मोन का प्रवाह बाधित हो जाता है। ऐसा देर तक सोने के कारण होता है। सेरोटोनिन हार्मोन के अनियंत्रित होने पर शरीर में मौजूद अन्य न्यरोट्रांसमीटर भी बाधित होते हैं और इसका असर ब्रेन पर पड़ता है। इससे व्यक्ति चिड़चिड़ापन महसूस करता है, जो सिरदर्द का मुख्य कारण बनता है।

बैकपेन
बैकपेन या पीठदर्द की समस्या भी बहुत देर तक सोने की वजह से होती है। दरअसल सोते वक्त शरीर एक जैसी अवस्था में होता है। इससे खूब के बहाव में रुकावट आ सकती है जिससे पीठ या रीढ़ की हड्डी में भयंकर जकड़न महूस होती है।

कब्ज की समस्या
देर तक सोते रहने से फिजिकल एक्टिविटी न के बराबर होती है। इससे पाचन क्रिया धीमा हो जाती है और कब्ज की समस्या हो जाती है। इसलिए डिनर करने के बाद हल्का वॉक करें फिर बिस्तर पर जाएं। 7-8 घंटे की नींद के बाद सुबह उठने के बाद भी वॉक या एक्सरसाइज जरूर करें।