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गर्मी की तपन से बचने के लिये शरीर में रखें तरावट, नहीं पड़ेंगे बीमार 

Updated Jun 13, 2019 | 12:21 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

गंभीर गर्मी के संपर्क में आने से शरीर में ऐंठन, थकावट और हीट-स्ट्रोक सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए खूब पानी पिएं, ताकि शरीर 'हाइड्रेटेड' रहे।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
Summer Health Tips

उत्तरी राज्यों में गर्मी की तपन तेज होने के साथ बच्चों, बुजुर्गो और पहले से बीमार लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। गंभीर गर्मी के संपर्क में आने से शरीर में ऐंठन, थकावट और हीट-स्ट्रोक सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए खूब पानी पिएं, ताकि शरीर 'हाइड्रेटेड' रहे। नैदानिक रूप से, गर्मी से होने वाली थकावट और हीट स्ट्रोक दोनों बुखार, निर्जलीकरण और अन्य लक्षणों जैसे सिरदर्द, प्यास, मतली या उल्टी, तेजी से नाड़ी आदि के रूप में प्रकट हो सकते हैं। थकावट और हीट स्ट्रोक के बीच मुख्य अंतर यह है कि हीट स्ट्रोक में पसीना नहीं निकलता है। 

इस बारे में पद्म अवार्डी, डॉ. के के अग्रवाल, अध्यक्ष, एचसीएफआई ने कहा, 'हीट स्ट्रोक में, तापमान बहुत अधिक होता है, और कुछ ही मिनट के अंदर इसे कम करने की आवश्यकता होती है। नम स्पंज के उपयोग से ठंटे या टैपिड स्नान की मदद से ऐसा किया जा सकता है। कुछ सावधानियां जरूरी हैं, जैसे पसीना आना, शुष्क बगल, 8 घंटे तक मूत्र न आना या गर्मियों में उच्च बुखार होना। यदि ये लक्षण प्रकट होते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें। इस मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए। जिन लोगों को तरल या नमक लेने पर प्रतिबंध है या जो मूत्रवर्धक दवा ले रहे हैं, उन्हें तुरंत किसी विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।'

गर्मी में हीट स्‍ट्रोक और अन्‍य परेशानियों से बचने का उपाय- 

  • तापमान अधिक होने पर धूप में लंबे समय तक रहने से बचें। यदि आपको बाहर जाने की आवश्यकता है तो छतरी का उपयोग करें। गर्मी के अवशोषण से बचने के लिए हल्के सूती कपड़े पहनें।
  • सुनिश्चित करें कि आप गर्मी में बाहर निकलने से पहले ठीक से हाइड्रेटेड हैं। गर्मियों में पानी की आवश्यकता सर्दियों के मुकाबले 500 मिलीलीटर अधिक है। समर ड्रिंक्स को ताजा और ठंडा होना चाहिए जैसे कि पन्ना, खसखस, गुलाब जल, नींबू पानी, बेल शरबत और सत्तू का शरबत आदि। 
  • किसी भी पेय में 10 प्रतिशत से अधिक चीनी होने पर वो सॉफ्ट ड्रिंक बन जाता है और उससे बचना चाहिए। आदर्श रूप से, चीनी, गुड़ या खांड का प्रतिशत 3 होना चाहिए, जोकि ओरल रिहाइड्रेशन ड्रिंक में होता है। 
  • 8 घंटे में कम से कम एक बार मूत्र आने का मतलब है कि हाइड्रेशन ठीक से हो रहा है। यदि आप गर्मी में ऐंठन महसूस करते हैं, तो चीनी और नमक के साथ नींबू पानी का खूब सेवन करें।

गर्मियों के दौरान हर किसी के लिए एक मेडिकल व्रत का महत्व रेखांकित किया जाना चाहिए। व्रत का सबसे सरल तरीका यह हो सकता है कि हफ्ते में एक बार काबोर्हाइड्रेट नहीं खाया जाए और सिर्फ फलों व सब्जियों का सेवन किया जाए।

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