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Omicron Virus 2022 Risk Factor: कोरोना मरीज भूलकर ना करें ये 7 गलतियां, हल्का इंफेक्शन भी हो सकता है आपके लिए घातक

Updated Jan 15, 2022 | 14:33 IST

Omicron Virus 2022 Risk Factor: एक्सपर्ट के अनुसार कोरोनावायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन की रफतार अगले कुछ दिनों में बढ़ सकती है। डॉक्टर के मुताबिक कोरोना मरीज की हल्की सी लापरवाही भी हल्के इंफेक्शन को और भी बढ़ा सकती हैं। 

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Which mistakes can increase mild corona infection
मुख्य बातें
  • अगले कुछ दिनों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की बढ़ सकती है रफ्तार 
  • एक्सपर्ट लोगों को एहतियात बरतने की दे रहे है सलाह
  • थोड़ी सी लापरवाही भी बना सकती है हल्के इंफेक्शन बड़ा

Omicron Virus 2022 Risk Factor: कोरोनावायरस बड़ी तेजी से फिर से अपना पैर फैलाना शुरू कर दिया है। एक्सपर्ट का मानना है नया वैरिएंट ओमिक्रॉन भी अगले कुछ दिनों में पीक पर आ सकता है। इस नए वैरिएंट को लेकर एक्सपर्ट दावा कर रहे है कि यह डेल्टा इतना खतरनाक नहीं हैं। ओमिक्रॉन से ग्रसित मरीजों में सांस लेने की तकलीफ जैसी समस्या देखने को नहीं मिल रही है। कोरोना के बढ़ते रफ्तार को देखकर डॉक्टर लोरों को मास्क पहने, वैक्सीन लेने और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने की सलाह बार-बार दे रहे हैं। एक्सपर्ट के अनुसार रोगी की लापरवाही हल्के इंफेक्शन को बड़ा बना सकती है। इसलिए इन 7 बातों को जानना आपके लिए बेहद जरूरी हैं।

नए वैरिएंट से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

1. अपोलो के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर रंजीत चटर्जी के अनुसार ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगियों में 3 से 5 दिनों तक गले में दर्द, 102 से 103 डिग्री बुखार, बॉडी पेन और सिर दर्द की शिकायत देखने को मिल रही हैं। डॉक्टर के मुताबिक ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज तीसरे दिन बिना एंटीबायोटिक दवाइयों के भी ठीक हो रहे हैं। डॉक्टर के अनुसार घर में रहने वाले मरीजों को एंटीबायोटिक दवा लेने की जरूरत नहीं है।

2. कोरोनावायरस की बढ़ती रफ्तार को देखकर सभी को जागरूक रहना बेहद जरूरी है। यदि आप खुद को लेकर सतर्क नहीं रहेगें, तो आपके शरीर को काफी नुकसान पहुंच सकता है। आपकी हल्की सी लापरवाही आपको जोखिम में डाल सकती है। यदि आपको कोरोना के हल्के लक्षण भी दिखने शुरू हो जाए, तो तुरंत RT-PCR जांच करवाएं। ऐसा करने से आप खुद और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचा सकते हैं।

3. एक्सपर्ट के मुताबिक ओमिक्रॉन से ग्रसित रोगियों को स्टेरॉयड देने की जरूरत नहीं है। ऐसे रोगी खुद को घर में आइसोलेट रखकर डॉक्टर की बताई गई दवाइयों का सेवन करके खुद को जल्द रिकवर कर सकते हैं। बेवजह स्टेरॉयड का इस्तेमाल रोगी में ब्लैक फंगस या म्यूकोमाइकोसिस जैसी समस्या पैदा कर सकता हैं।

4.  कोरोना स्पेशलिस्ट डॉक्टर की बताई गई दवा का इस्तेमाल करके रोगी जल्द रिकवर हो सकता है। यदि आप कोरोनावायरस के मरीज है, तो आपकों अपना इलाज कोरोना स्पेशलिस्ट डॉक्टर से ही करवाएं।

5. शुरुआती दौर में कोरोनावायरस होने पर व्यक्ति में सामान्य लक्षण दिखते है। समान लक्षण होने के कारण अधिकांश लोग टेस्ट करवाने को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं। यदि आपको कभी भी कोरोनावायरस के लक्षण महसूस हो, तो आप तुरंत अपना आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाएं। तुरंत टेस्ट ना करवाने से आप खुद को जोखिम में डाल सकते हैं। यदि आप टेस्ट नहीं करवाते है, तो आप दूसरे लोगों के संपर्क में ना जाएं, खुद को आइसोलेशन में रखें।

6. एक्सपर्ट के मुताबिक ओमिक्रॉन से ग्रसित मरीज 3 से 5 दिन के भीतर ठीक हो रहे हैं। यदि आपको ओमिक्रॉन से ग्रसित है और आपकी रिकवरी 3 से 5 दिन में नहीं हो रही हैं, तो आप तुरंत कोरोना स्पेशलिस्ट डॉक्टर से संपर्क करें। यदि आपको हाई बीपी या डायबिटीज की समस्या हैं, तो आप हल्के लक्षण दिखने पर ही डॉक्टर से संपर्क करें। आपको बता दें हाई बीपी या डायबिटीज रोगिों के लिए कोरोना बेहद खतरा हैं।

7. अधिकांश लोग रिपोर्ट आने से पहले खुद को आइसोलेट नहीं रखते हैं, जिसकी वजह से दूसरे लोगों भी संक्रमित हो जाते हैं। यदि आप रिपोर्ट आने से पहले ही खुद को आइसोलेट रखें, तो यह संक्रमण आप तक ही सीमित रहेगा।