- शरीर में पानी के जमा हो जाने से होता है वॉटर रिटेंशन
- वॉटर रिटेंशन में नमक और शुगर का ज्यादा सेवन न करें
- ज्यादा गर्म पानी से नहाने से बचें
Water Retention: वॉटर रिटेंशन, ये एक ऐसी समस्या है, जिसमें शरीर के विभिन्न हिस्सों में पानी का जमाव हो जाता है। शरीर में अंगों में पानी के जमाव होने से हाथ, पैर, चेहरे और मांसपेशियों पर सूजन आ जाती है। इतना ही नहीं, सूजन आने के साथ-साथ पैरों और एड़ियों में तेज दर्द के होने की शिकायत भी होती है। ऐसे में इस समस्या का समय से उचित इलाज किया जाना चाहिए, अन्यथा ये सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं वॉटर रिटेंशन के लक्षण, कारण और उपायों के बारे में, तो चलिए जानते हैं-
क्या है वॉटर रिटेंशन?
जब शरीर में नमक की मात्रा बढ़ जाता है और शरीर में मिनरल्स की मात्रा संतुलित नहीं हो पाती, तब शरीर के टिशूज में पानी का जमाव होने लगता है। इससे शरीर फूलने लगता है। इससे शरीर के अंगों में सूजन और दर्द की समस्या हो सकती है। इसी समस्या को वॉटर रिटेंशन होता है।
वॉटर रिटेंशन के लक्षण
- शरीर के अंगों में सूजन आना
- पैरों और एड़ियों में दर्द
- अचानक वजन का बढ़ जाना या घट जाना
- भूख न लगना
- त्वचा पर निशान पड़ना
- पेट में भारीपन होना
वॉटर रिटेंशन के कारण
- वॉटर रिटेंशन खून की कमी के कारण भी हो सकता है
- ज्यादा देर तक खड़े रहना
- ज्यादा शुगर या नमक का सेवन
- हार्मोन्स में बदलाव
- दिल या लीवर की समस्या
वॉटर रिटेंशन के घरेलू उपाय
- दही, हरी सब्जियों और मैग्नीशियम युक्त चीजों का करें सेवन
- आलू, अखरोट और केले का सेवन
- संतरा, गाजर और विटामिन सी से युक्त खाने का करें सेवन
- पर्याप्त मात्रा में पिएं पानी, जूस
- नमक का करें कम सेवन
- नियमित रूप से करें योगा
- एक ही अवस्था में ज्यादा देर तक न खड़े रहें, न बैठें रहे
- सेब, हरी पत्तेदार सब्जियां, अजमोद और चुकंदर का करें सेवन
- रिफाइंड युक्त चीजों के सेवन से बचें।
- अल्कोहल का सेवन न करें
- ज्यादा गर्म पानी से नहाने से बचें।
- वजन पर रखें कंट्रोल
इन घरेलू उपायों से आप वॉटर रिटेंशन की परेशानी ठीक कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपकी समस्या बढ़ रही है, तो एक्सपर्ट से सलाह तुरंत लें। ताकि समय पर आपका इलाज किया जा सके।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)