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7 बेटियों-2 बेटों ने अकेले किया पिता का अंतिम संस्कार, दूसरी जाति में शादी करने पर हुआ था सामाजिक बहिष्कार

Updated Jun 08, 2021 | 23:31 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एक शख्स 25 सालों से सामाजिक बहिष्कार का सामना कर रहा था। अब जब उसकी मौत हुई तो कोई भी उसके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ। उसकी 7 बेटियों और 2 बेटों ने ही उसका अंतिम संस्कार किया।

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प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के चंद्रपुर शहर में एक व्यक्ति की सात बेटियों और दो बेटों ने उसका अंतिम संस्कार किया क्योंकि वह जाति से बाहर शादी करने के लिए अपने समुदाय के सदस्यों द्वारा कई वर्षों से सामाजिक बहिष्कार का सामना कर रहा था। चंद्रपुर सर्कल अनुमंडल पुलिस अधिकारी एसआर नांदेड़कर ने बताया कि भानग्राम निवासी प्रकाश ओंगले (55) का गोंधली समुदाय की पंचायत द्वारा पिछले 25 वर्षों से दूसरी जाति की महिला से विवाह करने पर बहिष्कार किया जा रहा था।

अधिकारी ने कहा, 'रविवार शाम को उनकी मृत्यु हो गई, और जब उनकी सात बेटियों और बेटों को अंतिम संस्कार में मदद करने के लिए उनके समुदाय से कोई नहीं मिला, तो उन्होंने उसकी लाश को अपने कंधों पर ले लिया और अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की।' एसडीपीओ ने कहा कि ओंगल के दो बेटों में से एक ने सामाजिक बहिष्कार के मुद्दे पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद गोंधली पंचायत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।

इस बीच, परिवार को चंद्रपुर विधायक किशोर जोर्गेवार का समर्थन मिला, जिन्होंने उनके घर का दौरा किया और पढ़ाई के लिए वित्तीय सहायता की पेशकश की। 

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