- पात्रा चॉल केस में संजय राउत से ईडी ने की पूछताछ
- संजय राउत के कई करीबियों से पहले ही हो चुकी है पूछताछ
- पूछताछ के बाद बोले संजय राउट केंद्रीय एजेंसियों से बचने की जरूरत ही क्या है
पात्रा चॉल केस में शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ईडी के सामने शुक्रवार को पेश हुए। बता दें कि ईडी की तरफ से जून महीने के आखिरी हफ्ते में उन्हें पेश होने के लिए कहा गया था हालांकि उनके वकीलों ने मोहलत ली थी। पूछताछ के बाद संजय राउत मीडिया के सामने मुखातिब हुए और कहा कि ईडी के अधिकारियों में करीब 10 घंटे तक पूछताछ की। मैंने उनके सभी सवालों का जवाब दिया। यह हमारा कर्तव्य है कि केंद्रीय एजेंसियों को यदि उनके दिमाग में किसी तरह का शक हो तो वो पूछताछ करें ताकि लोगों के मन में हम लोगों के लिए किसी तरह का संदेह ना हो।
11 बजे ईडी दफ्तर में दाखिल हुए थे संजय राउत
शिवसेना नेता संजय राउत करीब साढ़े 11 बजे दक्षिण मुंबई में बलार्ड एस्टेट में स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे।केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी और बड़ी संख्या में शिवसेना के कार्यकर्ता वहां मौजूद थे। ईडी कार्यालय तक जाने वाली सड़कों पर अवरोधक लगाए गए थे।शिवसेना सांसद के ईडी कार्यालय में पहुंचने पर उन्हें गले में भगवा मफलर पहने हुए देखा गया और उन्होंने अपने वकील के साथ कार्यालय में प्रवेश करने से पहले हाथ हिलाकर अपने समर्थकों का अभिवादन किया।
अंदर जाने से पहले पत्रकारों से बातचीत में राउत ने कहा था कि जांच में एजेंसी के साथ सहयोग करूंगा। उसने मुझे सम्मन भेजा था, वे मुझसे कुछ सूचना चाहते हैं और संसद सदस्य, जिम्मेदार नागरिक एवं एक राजनीतिक दल का नेता होने के नाते मेरा यह कर्तव्य है कि मैं उनके साथ सहयोग करूं।’’उन्होंने कहा कि वह ‘‘निर्भीक और निडर’’ हैं, क्योंकि उन्होंने ‘‘जीवन में कुछ भी गलत नहीं किया है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या यह राजनीति से प्रेरित मामला है, इस पर राउत ने कहा, ‘‘हमें बाद में यह पता चलेगा। मुझे लगता है मैं ऐसी एजेंसी के समक्ष पेश हो रहा हूं, जो निष्पक्ष है और मेरा उन पर पूरा भरोसा है।’’
पात्रा चॉल केस
ईडी ने मुंबई की एक ‘चॉल’ के पुन: विकास और राउत की पत्नी तथा दोस्तों से संबंधित वित्तीय लेनदेन से जुड़ी धन शोधन की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए राज्यसभा सदस्य को सम्मन भेजा था।एजेंसी ने राउत को 28 जून को सम्मन भेजा था। हालांकि, राउत ने ईडी के सम्म्न को उन्हें पार्टी के विधायकों की बगावत के मद्देनजर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से लड़ने से रोकने की ‘‘साजिश’’ बताया था और कहा था कि वह मंगलवार को एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हो पाएंगे क्योंकि उन्हें अलीबाग में एक बैठक में भगा लेना है। इसके बाद ईडी ने नया सम्मन जारी करते हुए उन्हें शुक्रवार को उसके समक्ष पेश होने के लिए कहा था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)