Agneepath scheme: भारतीय सशस्त्र सेनाओं में भर्ती प्रक्रिया को लेकर अब तक के सबसे बड़े बदलाव अग्निपथ योजना को देश के युवाओं का जोरदार समर्थन मिल रहा है। 14 जून को लांच होने के बाद अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई प्रांतों में प्रदर्शन हुए। अग्निपथ योजना को लेकर जमकर सियासत भी जारी है लेकिन इस योजना में रिकॉर्ड आवेदन दिखा रहे हैं कि युवाओं में इस योजना को लेकर कितना जोश है। भारतीय नौसेना को अग्निपथ योजना के लिए पिछले 7 दिनों में 3,03,328 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
24 जुलाई तक लिए जाएंगे आवेदन
नौसेना ने 12वीं पास युवाओं के लिए 15 जुलाई को आवेदन की शुरुआत की थी जो 24 जुलाई तक जारी रहेंगे। पहले हफ्ते में भारतीय नौसेना में अग्निवीर बनने के लिए 3,03,328 युवाओं ने आवेदन किया जिनमें 20,449 महिलाएं भी शामिल हैं। अग्निपथ योजना के लॉन्च के दौरान भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने घोषणा की थी कि भारतीय नौसेना युवाओं के साथ-साथ युवतियों को भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में अग्निपथ योजना से जुड़ने का मौका देगी।
अलग-अलग युद्धपोतों पर होगी तैनाती
महिलाओं को अग्निवीर बनाकर अलग-अलग वॉर शिप्स में तैनात किया जाएगा। दसवीं पास युवाओं के लिए भारतीय नौसेना 25 जुलाई से आवेदन की शुरुआत करेगी। इस रिक्रूटमेंट साइकिल में भारतीय नौसेना 3000 अग्निवीरों को रिक्रूट करेगी जिन्हें जल्द भर्ती प्रक्रिया के जरिए चुना जाएगा और फिर ट्रेनिंग देकर भारतीय नौसेना के अलग-अलग लोकेशन पर पोस्ट किया जाएगा। भारतीय नौसेना से पहले भारतीय वायु सेना ने भी अग्निपथ योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया खोली थी जिसमें रिकॉर्ड संख्या में युवाओं ने आवेदन किया अग्निपथ योजना के लिए भारतीय वायु सेना में कुल मिलाकर साढ़े सात लाख आवेदन आए जो अब तक के किसी भी रिक्रूटमेंट प्रक्रिया में सबसे ज्यादा हैं।
योजना पर सरकार को घेरना चाहता है विपक्ष
अग्निपथ योजना को लेकर जहां एक तरफ रक्षा मंत्रालय ने अपनी तैयारी पूरी कर रखी है और भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। वहीं दूसरी तरफ संसद में विपक्षी दल बार-बार सरकार को इस योजना के तहत घेरने की कोशिश में लगे हैं। हाल ही में इस योजना में आवेदन को लेकर जारी हुए फॉर्मेट में जातीय प्रमाण पत्र मांगे जाने के सवाल पर भी विपक्ष ने हंगामा किया था बाद में रक्षा मंत्रालय ने स्पष्टीकरण दिया कि यह प्रक्रिया हमेशा से चली आ रही है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।