नई दिल्ली: अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने तत्काल प्रभाव से रिपुन बोरा को एआईटीसी असम इकाई का राज्य अध्यक्ष नियुक्त किया है, गौर हो कि असम कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रिपुन बोरा 17 अप्रैल को टीएमसी में शामिल हुए थे। रिपुन बोरा ने कांग्रेस को भेजे गए त्याग पत्र में लिखा था कि पार्टी बीजेपी के खिलाफ लड़ने के बजाय, असम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक वर्ग मुख्य रूप से मुख्यमंत्री के साथ बीजेपी सरकार के साथ गुप्त समझौता कर रहा है।
वहीं अभी तीन दिन पहले रिपुन बोरा ने कहा था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे उपयुक्त विपक्षी उम्मीदवार हैं क्योंकि वह अकेले बीजेपी के खिलाफ आक्रामक रूप से लड़ रही हैं।
"ममता बनर्जी ही मोदी के खिलाफ आक्रामक तरीके से लड़ रही हैं"
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रिपुन बोरा ने कहा था कि मेरे मन में सभी विपक्षी नेताओं का पूरा सम्मान है लेकिन जमीनी हकीकत को देखते हुए मैंने देखा है कि ममता बनर्जी ही मोदी के खिलाफ आक्रामक तरीके से लड़ रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि वह पिछले तीन कार्यकाल से काफी अनुभवी मुख्यमंत्री हैं। वह सात बार सांसद रहीं। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी, पिछले एक साल में, वह केसीआर से लेकर शरद पवार, सोनिया गांधी, राहुल गांधी तक सभी विपक्षों को एकजुट करने के लिए बिना किसी रुकावट के कोशिश कर रही हैं और मीटिंग कर रही हैं। वह लगातार कह रही हैं विपक्षी दल एकजुट हों।
उन्होंने आगे कहा कि इस सभी जमीनी हकीकत को देखते हुए मेरी निजी राय है कि ममता बनर्जी 2024 में विपक्षी दलों के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार होंगी। कांग्रेस के पूर्व सीनियर नेता रिपुन बोरा 17 अप्रैल को कोलकाता में टीएमसी में शामिल हुए थे और आरोप लगाया था कि कांग्रेस पार्टी जमीनी स्तर से लेकर शीर्ष स्तर तक बीजेपी के खिलाफ लड़ने के बजाय आपस में लड़ रही है।