- ओमकार नाथ को प्यार से 'मेडिसिन बाबा' भी कहा जाता है।
- ओमकार नाथ दवाइयां लेने के बाद उन्हें अपने घर के पास किराए के कमरे में स्टोर कर लेते हैं।
- फिर उन्हें वंचित तबके में वितरित कर देते हैं।
Amazing Indians 2022 : हेल्थकेयर और मेडिकल सहायता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने के लिए ओमकार नाथ उर्फ 'मेडिसिन बाबा' को 'अमेजिंग इंडियन' अवार्ड से सम्मानित किया गया है। ओमकार नाथ को 'मेडिसिन बाबा' के नाम से भी जाना जाता है। ओमकार नाथ को यह अवार्ड लोगों का इलाज करने और अन्य शारीरिक एवं मानसिक दुर्बलताओं की रोकथाम, निदान, उपचार, या इलाज के माध्यम से स्वास्थ्य के रखरखाव या सुधार की दिशा में की गई पहल के लिए दिया गया है।
लोगों से अनयूज्ड दवाइयां मांगते हैं
84 वर्षीय ओमकार नाथ उर्फ मेडिसिन बाबा फाउंडेशन के संस्थापक हैं। उनके पास 15 साल का शानदार अनुभव है। ओमकार नाथ हर दिन शहर का चक्कर लगाते हैं, उन लोगों से अनयूज्ड दवाइयां मांगते हैं जो उन्हें वहन कर सकते हैं, और फिर उन्हें वंचित तबके में वितरित कर देते हैं। फाउंडेशन हर दिन मुफ्त दवाओं का वितरण करता है। यही कारण है कि ओमकार नाथ को प्यार से 'मेडिसिन बाबा' भी कहा जाता है। मेडिसिन बाबा अपने काम से हर महीने 5 से 6 लाख रुपये की दवाएं जमा कर पा रहे हैं। वह पिछले 15 साल से ऐसा कर रहे हैं वह भी तब जब वह खुद 45 फीसदी दिव्यांग हैं।
किराए के कमरे में स्टोर करते हैं दवाइयां
ओमकार नाथ दवाइयां लेने के बाद उन्हें अपने घर के पास किराए के कमरे में स्टोर कर लेते हैं। फिर वह उन्हें अलग-अलग कर श्रेणियों में रख देते हैं। कार्यकर्ता एक दान पेटी में सामान्य दान भी एकत्र करता है जिसे वह फिर नेक उद्देश्य के लिए उपयोग करता है। देश में सामाजिक बदलाव का बीड़ा उठाने वाले नायकों को टाइम्स नाउ ने शुक्रवार को 'अमेजिंग इंडियंस' अवार्ड देकर सम्मानित किया। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, चिकित्सा सहित 12 श्रेणियों में ये पुरस्कार दिए गए। आम लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले एवं इन साधारण लोगों के इस असाधारण एवं उल्लेखनीय कार्य को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।
इन लोगों को मिला सम्मान
वॉर्ड्स सेरेमनी में 'ऑक्सीजन मैन' सौमित्र मंडल को 'COVID-19 हीरोज' श्रेणी में अमेजिंग इंडियंस 2022 पुरस्कार से सम्मानित किया गया। एनिमल वेलफेयर कैटेगरी का अवॉर्ड अभिषेक रे ने जीता। जबकि फूड मैनेजमेंट एंड न्यूट्रिशन कैटेगरी में ज्योतिबेन जितेंद्रभाई टांक को सम्मान मिला। कोरोना संकट के दौरान लोगों की मदद करने के लिए सौमित्र मंडल को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।