- लद्दाख सीमा पर भारत और चीन की सेना के बीच जारी है गतिरोध
- एक तरफ बातचीत और शांति से विवाद सुलझाने की बातें, दूसरी तरफ भड़काने की बेशर्म हरकत
- तिब्बत में घुसपैठ का अभ्यास कर रहे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक
नई दिल्ली: चीन... एक ऐसा देश जो कुछ कहता है, कुछ सोचता है और कुछ और ही करता है। सिर्फ भारत या अमेरिका ही नहीं अब तो पूरी दुनिया को आक्रामक विस्तारवादी नीति पर चल रहे इस देश की नीयत पर शक होने लगा है। यही वजह है कि एक एक करके कई देश चीन के खिलाफ होते जा रहे हैं। ऐसे समय में जब पूरी दुनिया एक ऐसे वायरस से परेशान है जो कथित तौर पर चीन से निकला है तब बातचीत और विनम्रता से महामारी से मिलकर लड़ने की प्रतिबद्धता जताना तो दूर चीन अपने पड़ोसियों को आंख दिखाने का काम कर रहा है।
भारत के साथ गलवान घाटी में लद्दाख सीमा के पास उसकी हरकत जग जाहिर है कि किस तरह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक भारतीय क्षेत्र के अंदर डेरा जमाकर बैठ गए हैं। इतना ही नहीं इस तनाव को पैदा करने के बाद एक तरफ चीन कह रहा है कि हम बातचीत से भारत के साथ मामले को सुलझाना चाहते हैं तो दूसरी तरफ लगातार हथियारों और सैनिकों की तैनाती भारत से सटी सीमा पर कर रहा है। इसी कड़ी में उसने बेशर्मी भरी एक और करतूर को अंजाम दिया है।
घुसपैठ का अभ्यास कर रही चीनी सेना: भारत से सटे तिब्बत के इलाके में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक ऊंचाई वाले इलाके में घुसपैठ का अभ्यास कर रहे हैं। और ऐसा नहीं है कि भारत या किसी और देश ने चीन की इस हरकत का खुलासा किया है बल्कि चीन के ही चर्चित और कम्युनिस्ट पार्टी से प्रभावित माने जाने वाले अखबार ग्लोबर टाइम्स ने इस बात की तस्दीक की है।
ग्लोबल टाइम्स ने दी जानकारी: ग्लोबल टाइम्स के एक ट्वीट के अनुसार, 'चीनी #PLA तिब्बत मिलिट्री कमांड ने हाल ही में दुश्मन लाइन के पीछे घुसपैठ अभ्यास के लिए 4,700 मीटर की ऊंचाई पर उच्च क्षेत्रों में सेना को भेजा। सैनिकों ने अभ्यास में बख्तरबंद वाहनों का मुकाबला करते हुए दुश्मन के मुख्यालय पर हमले किए।'
ड्रैगन के खिलाफ इकट्ठी हो रही दुनिया: व्यापार के मोर्चे पर अमेरिका के अलावा इज़रायल और यूरोप सहित कई देशों ने चीन को व्यापारिक मोर्चे पर झटका देना शुरु कर दिया है। इज़रायल ने समुद्र के पानी से शुद्ध पानी बनाने के दुनिया के सबसे बड़े प्लांट का सौदा चीनी कंपनी से छीन लिया है।
भारत, जापान, वियतनाम और दक्षिण चीन सागर क्षेत्र के कई देश पहले ही चीन की करतूतों से परेशान हैं। ऐसे में वो दिन दूर नहीं है जब पाकिस्तान और उत्तर कोरिया जैसे कुछ गैर जिम्मेदार पड़ोसियों को छोड़कर पूरी दुनिया चीन के खिलाफ खड़ी नजर आए।