ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जुमुअतुल-विदा के मौके पर जलसा यूम-उल-कुरान में शुक्रवार (29 अप्रैल) को कहा कि हमारे देश में कई घटनाएं हो रही हैं, मेरे पास कई फोन आते हैं और वे कहते हैं उनके साथ बहुत अन्याय हो रहा है, हम संघर्ष कर रहे हैं और हमारे घरों और दुकानों को ध्वस्त किया जा रहा है। कुछ लोग कह रहे हैं कि हम डरे हुए हैं और कुछ लोग कह रहे हैं कि हम चिंतित हैं। मैं यहां आप सबके सामने खड़ा हूं और कह रहा हूं कि घबराने की जरूरत नहीं है, साहसी बनो। साथ ही ओवैसी भावुक होते हुए भगवान से प्रार्थना करते हुए रोते हैं और प्रार्थना में कहते हैं कि मुसलमानों का उत्पीड़न हमारे देश में हो रहा है। दमन करके वे हमें बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को दबाया जा रहा है, जिन लोगों की दुकानों को गिराया जा रहा है, जिन लोगों को लाठियों से पीटा जा रहा है, अल्लाह ने कुरान में कहा है कि जो भी मेरी प्रशंसा करेगा, मैं उन्हें कई रास्ते दिखाऊंगा। अगर कोई कहता है कि खरगोन और मध्य प्रदेश में मुसलमानों के घर गिराए जाते हैं तो यह सच है। सेंधवा में 13 घरों को तोड़ा गया और यह सच है। वसीम शेख के शिप को ध्वस्त कर दिया गया था, जिसके दोनों हाथ नहीं थे उस पर आरोप लगाया गया कि उसने पथराव किया था। यह भी सच है कि दिल्ली में जहांगीरपुरी ने अवैध ढांचों को बताकर हिंदू की दुकान समेत मस्जिदों की दीवार और दुकानों को गिरा दिया है।
ओवैसी ने कहा कि अखलाक मारा गया, पीलू खान मारा गया और उत्पीड़क/क्रूर लोग सनें, खुबयाब इब्न अदय खड़े होकर यह कहते हैं कि मैं मौत से नहीं डरता। हम खुबयाब इब्न अदै के सेवकों के दास हैं और हम आपके दमन, सत्ता, सरकार से नहीं डरते हैं और हमें मृत्यु का डर नहीं है। लड़ेंगे तो सब्र से लड़ेंगे और मैदान नहीं छोड़ेंगे। हरियाणा में हमने एक बुजुर्ग व्यक्ति का वीडियो देखा है, जो खुद को गोरक्षक बताते हैं, उनकी दाढ़ी पकड़ी और उन्हें बेरहमी से पीटा। हरियाणा में एक अन्य व्यक्ति को उसके आवास से अगवा कर लिया गया और आरोप लगाया गया कि उसने गाय की हत्या की और उसे बेरहमी से पीटा गया।