- आज से संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की हो रही है शुरुआत
- पांच राज्यों के विस चुनावों को देखते हुए अवधि में कटौती संभव
- इस दौरान वित्त विधेयक को पारित कराने पर सरकार का होगा जोर
नई दिल्ली : बजट सत्र के दूसरे चरण की सोमवार से शुरुआत हो रही है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को देखते हुए सत्र के दिनों में कटौती की जा सकती है। संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही हमेशा की तरह सुबह 11 बजे शुरू होने की उम्मीद है। संसद के अधिकारियों का कहना है कि सरकार के फ्लोर प्रबंधकों एवं विपक्ष के कई नेताओं ने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू एवं लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला से सत्र के दिन कम करने का अनुरोध किया है। सत्र की अवधि घटाने की मांग करने वालों में भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, लेफ्ट, एजीपी, एआईएडीएमके एवं क्षेत्रीय दल के नेता शामिल हैं।
पांच राज्यों में 27 मार्च से होने हैं चुनाव
पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में 27 मार्च से लेकर 29 अप्रैल तक चुनाव होंगे जबकि नतीजे दो मई को घोषित होंगे। बजट सत्र के दूसरे हिस्से का समापन आठ अप्रैल को होना है। जबकि पहले सत्र में दो दिनों की कटौती की गई। रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सोमवार से शुरू होने वाले संसद के बजट सत्र के दूसरे हिस्से में दो सप्ताह की कटौती हो सकती है। एक अधिकारी ने कहा, 'इन राज्यों में 27 मार्च से चुनाव शुरू हो रहे हैं। राजनीतिक दलों की इच्छाओं को देखते हुए ऐसा लगता है कि यह सत्र दो सप्ताह तक चलेगा।'
वित्त विधेयक पारित कराएगी सरकार
बजट सत्र के इस हिस्से के दौरान सरकार की कोशिश वित्त विधेयक को पारित कराने की होगी। सरकार की कोशिश मौजूदा सत्र के दौरान करीब 25 विधेयक को पारित कराने की भी होगी लेकिन सत्र में कटौती यदि होती है तो सरकार बाद में इन विधेयकों को पारित कराएगी। राज्यसभा के एक अधिकारी ने कहा कि चूंकि कई दलों के नेता चुनाव की तैयारियों एवं प्रचार में व्यस्त हैं, ऐसे में सदन में ज्यादा नेताओं के नजर आने की उम्मीद कम है।
बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी को शुरू हुआ
सरकार ने जिन विधेयकों को सूचीबद्ध किया है, उनमें पेंशन निधि नियामक एवं विकास प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, राष्ट्रीय वित्त पोषण अवसंरचना और विकास बैंक विधेयक, विद्युत (संशोधन) विधेयक, क्रिप्टो करेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा नियमन विधेयक शामिल हैं। बजट सत्र का दूसरा चरण ऐसे समय हो रहा है, जब सभी सियासी दलों का ध्यान पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों पर है। इन राज्यों में मार्च-अप्रैल में चुनाव होने हैं। बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी को शुरू हुआ था। इसके तहत, केंद्रीय बजट एक फरवरी को पेश किया गया था।