- कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई
- इसमें पार्टी में अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर अहम फैसला किया गया
- पार्टी ने इस साल जून तक अध्यक्ष निर्वाचित कर लिए जाने की बात कही है
नई दिल्ली : कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की अहम बैठक शुक्रवार को हुई, जिसमें पार्टी के नए अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर अहम फैसला लिया गया। बैठक के बाद पार्टी की ओर से बताया गया कि इस बारे में फैसला अब जून में होगा। यानी तब तक पार्टी की कमान अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास ही रहेगी। सोनिया गांधी ने 2019 में राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी।
राहुल गांधी ने 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद अब तक पार्टी के अध्यक्ष पद पर कोई स्थाई नियुक्ति नहीं हुई है। पार्टी में स्थाई अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर बीते कुछ समय में मांग मुखर हुई है। खासकर बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ राज्यों में हुए उपचुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल जैसे पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने इसकी मांग मजबूती से उठाई। इन सबके बीच सोनिया गांधी ने इस्तीफे की पेशकश भी की थी। हालांकि बाद में वह नए अध्यक्ष की नियुक्ति तक पद पर बने रहने के लिए तैयार हो गई थीं।
जून में होगा पार्टी अध्यक्ष का निर्वाचन
कांग्रेस के एक धड़े और कई शीर्ष नेताओं द्वारा स्थाई अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग पुरजोर तरीके से उठाए जाने के बीच शुक्रवार को सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई, जिसमें यह तय किया गया कि पार्टी में स्थाई अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति इस साल जून तक कर लिया जाएगा। बैठक के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसकी जानकारी दी और कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने मई में संगठन के चुनाव कराने की पेशकश की थी, लेकिन सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने पांच प्रदेशों के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव का आग्रह किया। उन्होंने कहा, 'जून, 2021 में कांग्रेस का नया निर्वाचित अध्यक्ष होगा।'
बताया जा रहा है कि वरिष्ठ नेता मधुसूधन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने कांग्रेस अध्यक्ष समेत संगठन का चुनाव तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, असम और पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव के बाद 29 मई कांग्रेस का अधिवेशन बुलाने की पेशकश की थी। यहां गौरतलब है कि सीडब्ल्यूसी कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई है, जिसमें पार्टी से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले किए जाते हैं।
इन सबके बीच कांग्रेस में लगातार राहुल गांधी को एक बार फिर पार्टी अध्यक्ष के तौर पर कमान सौंपे जाने की मांग उठती रही है। पार्टी का एक धड़ा लंबे समय से इसकी सिफारिश कर रहा है कि राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी संभालनी चाहिए। पार्टी में अध्यक्ष पद पर नई नियुक्ति की चर्चाओं के बीच कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस के 99.99 प्रतिशत लोग राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष के तौर पर चाहते हैं और उनकी इच्छा है कि वे पार्टी का नेतृत्व करें।