नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) अब मोनेटाइजेशन पाइपलाइन पॉलिसी मुद्दे (NMP Issue) को देश के कोने-कोने में ले जाने के लिए कांग्रेस अपने बड़े नेताओं को मैदान में उतारने जा रही है। अगले हफ्ते से कांग्रेस के एक दर्जन बड़े नेता देश के अलग-अलग राज्यो में केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ जनता को जागरूक करेंगे।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर पिछले हफ्ते प्रेस कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधा था और कहा था कि केंद्र सरकार सरकारी संपत्तियों को बेचकर देश को गुलाम बना रही है।
ये नेता देश की राजधानियों में करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस-
- लखनऊ में भूपेश बघेल
- हैदराबाद में मलिकार्जुन खरगे
- बेंगलुरु में सचिन पायलट
- मुंबई में पी चिदंबरम
- पटना में दिग्विजय सिंह
- कोलकाता में सलमान खुर्शीद
- गुवाहाटी में मुकुल वासनिक
- जयपुर में राजीव शुक्ल
- भोपाल में भरत सोलंकी
- रायपुर में अजय माकन
- श्रीनगर में शशि थरूर
वहीं कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि केन्द्र सरकार का 60 लाख करोड़ की सरकारी संपत्तियों को बेचने जा रही है, जो देश हित में नहीं है. वहीं, कांग्रेस सहित समूचे विपक्ष की ओर से नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन नीति पर हुई घेराबंदी के बाद केंद्र सरकार भ्रम दूर करने में जुटी है। भारतीय जनता पार्टी संगठन की ओर से भी काउंटर अटैक कर कांग्रेस नेताओं की समझ पर सवाल उठाए जा रहे हैं।