- देश में इस समय कोरोना के कुल मामले 1 लाख 98 हजार के पार
- महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित
- दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या 2.82 फीसद
नई दिल्ली। इस समय हम एक ऐसे दुश्मन का सामना कर रहे हैं जो अनदेखा है, दुनिया के 180 से अधिक मुल्क कोरोना नाम के वायरस से परेशान है। ताकतवर मुल्कों का हाल यह है कि वो इस वायरल पर लगा पाने में नाकाम है। उन्हें भी एक अदद वैक्सीन का इंतजार है। बात अगर भारत की करें तो यहां भी कोरोना संक्रमण के मामले दो लाख के करीब है। लेकिन राहत देने वाली खबर यह है कि करीब 48 फीसद लोग स्वस्थ होकर अपने घरों को जा चुके हैं। इसके साथ ही फैटेलिटी दर 2.82 फीसद है इसका अर्थ यह है कि कोरोना से मरने वालों की संख्या कम है। अगर वैश्विक स्तर पर तुलना करें तो हम अमेरिका के साथ साथ दूसरे पश्चिमी देशों से बेहतर कर रहे हैं।
भारत में मरने वालों की संख्या सिर्फ 2.82 फीसद
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल से जब पूछा गया कि इस समय भारत कोरोना संक्रमण के मामले में सातवें नंबर है क्या यह चिंता की बात नहीं है तो उनका जवाब था कि यह तुलना अपने आप में गलत है। आप जिन देशों से भारत की तुलना कर रहे हैं वहां की आबादी पर भी नजर डालनी चाहिए। वो कहते हैं कि अगर दुनिया के दूसरे देशों से तुलना करें तो यहां मरने वालों की संख्या महज 2.82 फीसद है उसमें 73 फीसद केस उन लोगों से जुड़े हैं जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी का सामना कर रहे थे।
महाराष्ट् दिल्ली से लगता है डर तो ये राज्य बेहतर
अगर देश के अलग अलग राज्यों को देखें तो दो तरह की तस्वीर है। गोवा, हिमाचल, छत्तीसगढ, केरल और पूर्वोत्तर के राज्य कोरोना की रफ्तार थामने में कामयाब होते नजर आ रहे हैं। लेकिन महाराष्ट्र और दिल्ली की तस्वीर डराने वाली है। इन दोनों राज्यों का कुल योगदान अकेले 50 फीसद है जो चिंताजनक है महाराष्ट्र में जिस तरह से मुंबई में केस बढ़े हैं वो न्यूयॉर्क की याद दिला रहा है तो दिल्ली में बढ़ते हुए केस पर सीएम अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि अभी हालात नियंत्रण में है।
दुनिया में अब सातवें नंबर पर भारत
कोरोना के मामले में जिन टॉप 10 देशों की सूची संख्या के आधार पर बनाई गई है उसमें भारत सातवें नंबर है। इस विषय पर स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव से सवाल पूछा गया था कि एक तरफ केस बढ़ रहे हैं और दूसरी तरफ सरकार बेहतर होने का दावा कर रही है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह तुलना अपने आप में गलत है। अगर आप भारत की आबादी और कोरोना केस की संख्या देखें तो हमारे यहां तस्वीर अच्छी है। लेकिन जिन 10 मुल्कों की बात कर रहे हैं उनकी आबादी कितनी है चीन को छोड़कर सबकी आबादी भारत की आबादी की दसवां हिस्सा होगा।