- देश में इस समय ओमिक्रॉन के 350 से अधिक केस
- ओमिक्रॉन को लेकर तरह तरह के खतरे का अंदेशा
- ऐहतियातन कई राज्य सरकारों ने कुछ कड़े फैसले किए
दुनिया के अलग अलग देशों की तरह भारत भी ओमिक्रॉन वैरिएंट का सामना कर रहा है। इस वैरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए अलग अलग राज्य सरकारें ऐक्शन में आ गई हैं। क्रिसमस और नए वर्ष को देखते हुए ऐहतियातन कई कदम उठाए गए हैं। इन सबके बीच कोरोना कब अपने पीक पर पहुंचेगा कई तरह के विचार हैं। कुछ जानकारों का मानना है कि फरवरी के मध्य में पीक का सामना करना पड़ेगा वहीं कुछ जानकारों का कहना है कि जनवरी के अंत में हमें सामना करना पड़ सकता है।
क्या है जानकार राय
केआईएमएस, हैदराबाद के निदेशक चिकित्सा डॉ संबित का कहना है कि हम जनवरी के अंत तक COVID संख्या में वृद्धि की उम्मीद करते हैं क्योंकि हम दुनिया से अलग नहीं हैं। दुनिया जिस चीज का सामना कर रही है, हम उसका सामना करेंगे। उम्मीद है कि इस बार हमारे पास गंभीर रूप से बीमार रोगियों की संख्या नहीं होगी जो हमारे पास पहले थे।
त्योहारों को देखते हुए पाबंदी
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में कोविड—19 के नए प्रकार ओमीक्रोन की रोकथाम के लिए धार्मिक और सामाजिक त्यौहार तथा नव वर्ष के कार्यक्रमों में 50 फीसदी व्यक्तियों को ही भाग लेने की अनुमति देने का फैसला किया है।राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां बताया कि राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने आज धार्मिक और सामाजिक त्योहार तथा नव वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों के संबंध में निर्देश जारी किया है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन ने राज्य के सभी संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, सभी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी कर कहा है कि राज्य में कोविड—19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के संक्रमण के नियंत्रण के लिए धार्मिक और सामाजिक त्योहार तथा नव वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रम स्थलों पर क्षमता के 50 प्रतिशत तक ही व्यक्तियों को भाग लेने की अनुमति होगी।उन्होंने बताया कि सभी अधिकारियों को निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने के लिए कहा गया है।छत्तीसगढ़ में शुक्रवार तक ओमीक्रोन का एक भी मामला नहीं आया है।राज्य में शुक्रवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 1007540 मामले सामने आये है। राज्य में 296 मरीजों का इलाज किया जा रहा है तथा कोरोना वायरस संक्रमण से 13597 मरीजों की मौत हुई है।