- संसद भवन से राष्ट्रपति भवन की ओर जा रहा था कांग्रेस नेताओं का मार्च
- पुलिस ने विजय चौक पर रोका, विरोध में इन नेताओं ने वहां दिया धरना
- राहुल का आरोप- PM मोदी हैं राजा हैं और भारत में चल रहा पुलिस राज
कांग्रेस की अंतरिम चीफ सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के खिलाफ मंगलवार (26 जुलाई, 2022) को कांग्रेस के सांसदों ने सड़क पर संग्राम छेड़ा।
पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी के नेतृत्व में दिल्ली के विजय चौक पर दल के नेताओं ने प्रदर्शन किया। इस बीच, पुलिस ने राहुल को घएरने की कोशिश की तो वह सड़क पर ही बैठक धरना देने लगे, जिसके बाद उन्हें कुछ पार्टी नेताओं के साथ हिरासत में ले लिया गया।
प्रदर्शन के दौरान वह बोले, "भारत एक पुलिस राष्ट्र है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक राजा हैं।" इस बीच, 'टाइम्स नाउ नवभारत' को बताया कि संसद में बेरोजगारी, महंगाई पर चर्चा नहीं होने दी जा रही है। हमें यहां बैठने से रोका जा रहा है। हमें बोलने नहीं नहीं दिया जा रहा है।
वहीं, पार्टी के सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने समाचार एजेंसी से कहा, "विपक्ष को खत्म करना और हमारी आवाज बंद करना ही पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की साजिश है। हालांकि, हम इससे डरने वाले नहीं है...हम लड़ते रहेंगे।"
सोनिया से पहली बार 21 जुलाई को दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई थी। उन्होंने तब एजेंसी के 28 सवालों के जवाब दिए थे। ईडी कांग्रेस की ओर से प्रवर्तित अखबार ‘नेशनल हेराल्ड’ का मालिकाना हक रखने वाली ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रहा है।
वैसे, कांग्रेस ने नेतृत्व के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा की। साथ ही इसे ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ वाला कदम बताया। पार्टी महासचिव अजय माकन ने कहा था, ‘‘आज पूरे देश में कांग्रेस पार्टी सत्याग्रह कर रही है। हम लोगों ने यह तय किया था कि दिल्ली के अंदर राजघाट पर सत्याग्रह करेंगे और जब तक सोनिया को पूछताछ के बाद वापस नहीं जाना दिया जाएगा, तब तक हमारा सत्याग्रह जारी रहेगा।’’