- बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में टीएमसी के मंत्री पार्थ चटर्जी का नाम सामने आया है
- इस घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय क रहा है, ईडी की हिरासत में हैं पार्थ चटर्जी
- पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी के यहां से ईडी को 21 करोड़ रुपए का कैश मिला है
Arpita Mukherjee diary : पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। ईडी के सूत्रों से बड़ी खबर आई है। जांच में ईडी को अर्पिता मजूमदार के यहां से काले रंग की एक डायरी मिली है। इस डायरी में कोड वर्ड का इस्तेमाल किया गया है। जांच एजेंसी इन कोड वर्ड का मतलब समझना चाहती है। मंगलवार को जांच एजेंसी पार्थ चटर्जी और अर्पिता से अलग-अलग और फिर आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी।
डायरी में दिए गए कोड वर्ड्स का मतलब जानना चाहेगी ED
ईडी पूछताछ में जानना चाहेगी कि आखिर डायरी में दिए गए इन कोड वर्ड्स का मतलब क्या है? बता दें कि पार्थ और अर्पिता 21 करोड़ रुपए एवं दस्तावेजों की बरामदगी के बारे में ईडी को अभी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए हैं। शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश पर ईडी पार्थ चटर्जी का मेडिकल चेकअप भुवनेश्वर एम्स से कराकर लौटी है। कोलकाता पहुंचने पर पार्थ को सीजीओ कॉम्पलेक्स ले जाया गया। वह तीन अगस्त तक ईडी की हिरासत में हैं।
Bengal SSC scam : भुवनेश्वर से कोलकाता पहुंचे पार्थ चटर्जी, 3 अगस्त तक ED करेगी पूछताछ
ममता सरकार पर भाजपा हमलावर
पार्थ की करीबी के यहां से करोड़ों रुपए की नकदी एवं भर्ती प्रक्रिया से जुड़े दस्तावेज बरामद होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ममता सरकार पर हमलावर है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता ने सोमवार को भाजपा पर पलटवार किया। ममता ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह बदले की भावना से काम कर रही है। सीएम ने कहा कि वह भ्रष्टाचार को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकतीं और दोषी व्यक्ति को सजा मिलनी चाहिए। अर्पिता के संबंधों पर पार्थ चटर्जी के वकीलों का कहना है कि दोनों केवल दोस्त हैं लेकिन ये दस्तावेज सामने आने के बाद इस बात का साफ संकेत मिलता है कि पार्थ और अर्पिता केवल दोस्त ही नहीं उनके बीच कारोबारी रिश्ते भी हैं।