- दिशा ने ग्रेटा थनबर्ग को टूलकिट दस्तावेज भेजे थे
- दिशा रवि को बेंगलुरु में उनकी मां की उपस्थिति में गिरफ्तार किया गया
- टूलकिट शेयर करने वाले व्हाट्सऐप ग्रुप को दिशा ने डिलीट कर दिया
नई दिल्ली: 'टूलकिट' दस्तावेज मामले में गिरफ्तार जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को लेकर दिल्ली पुलिस ने मीडिया को ब्रीफ किया है। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि किसानों के आंदोलन पर विवादास्पद 'टूलकिट को एडवोकेट और एक्टिविस्ट निकिता जैकब और उनके सहयोगियों शांतनु और दिशा रवि ने बनाया था। 21 साल की दिशा रवि को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने बताया कि तीनों कनाडा स्थित खालिस्तान समूह, पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (PJF) से जुड़े थे।
निकिता के खिलाफ वारंट जारी
साइवर सेल के ज्वॉइंट सीपी प्रेम नाथ ने बताया कि 4 फरवरी को टूलकिट बनाया गया। टूलकिट असंतोष पैदा करने के लिए बनाया गया था। टूलकिट में गलत जानकारियां दी गईं। टूलकिट के कई स्क्रीनशॉट ओपन सोर्स पर उपलब्ध थे और उनकी जांच की गई। जब जांच पर्याप्त जानकारी हासिल करने में सक्षम हो गई, तो निकिता जैकब के खिलाफ 9 फरवरी को कोर्ट से सर्च वारंट प्राप्त किया गया। चार दिन पहले स्पेशल सेल की टीम निकिता जैकब के घर गई थी। उसके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की जांच की गई। दिल्ली पुलिस का कहना है कि वे उससे पूछताछ करने के लिए फिर से जाएंगे लेकिन वह उपलब्ध नहीं है।
खालिस्तानी समर्थक समूह से जुड़े
एक टीम मुंबई पहुंची और 11 फरवरी को उसके (निकिता जैकब) निवास पर तलाशी ली। ईमेल शांतनु ने बनाया, वो इस डॉक्यूमेंट का मालिक है और अन्य सभी इसके संपादक हैं। कनाडा की पुनीत नाम की एक महिला ने इन लोगों को खालिस्तानी समर्थक पोएटिर जस्टिस फाउंडेशन से जोड़ा। 11 जनवरी को निकिता और शांतनु ने पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक जूम मीटिंग में भाग लिया, जिसमें तौर-तरीकों की रूपरेखा तैयार की गई थी।
दिशा ने व्हाट्सऐप ग्रुप डिलीट किया
पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के संस्थापक मो धालीवाल ने अपने सहयोगी पुनीत के जरिए निकिता जैकब से संपर्क किया। गणतंत्र दिवस से पहले ट्विटर पर बवाल खड़ा करना इसका मकसद था। गणतंत्र दिवस से पहले एक ज़ूम बैठक हुई जिसमें मो धालीवाल, निकिता, दिशा और अन्य ने भाग लिया। दिल्ली पुलिस ने बताया, 'दिशा ने उस व्हाट्सऐप ग्रुप को डिलीट कर दिया जिसे उसने टूलकिट साझा करने के लिए तैयार किया था। दिशा रवि को बेंगलुरु में उनकी मां, क्षेत्र के थाना प्रभारी की उपस्थिति में गिरफ्तार किया गया, सभी प्रक्रियाओं का पालन किया गया। दिशा रवि ने टेलीग्राम ऐप के जरिए ग्रेटा थनबर्ग को टूलकिट दस्तावेज भेजे थे