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Dhakad Exclusive: बाल ठाकरे  की 'विरासत' पर 'सियासत', हिंदुत्व पर भाई Vs भाई !

Updated May 05, 2022 | 00:04 IST

Bal Thackeray's Legacy: महाराष्ट्र की सियासत में भाई बनाम भाई चल रहा है, बात यहां राज ठाकरे बनाम उद्धव ठाकरे की जो हिंदुत्व के मुद्दे पर अपने अपने तर्क दे रहे हैं।

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महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर (Loud Speaker) विवाद पर सियासत Loud हो रही है,  MNS प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने एक Video शेयर किया है उसमें बाल ठाकरे ( Bal Thackeary) मस्जिद में लाउडस्पीकर पर अजान और सड़कों पर नमाज पढ़ने के ताल्लुक से बोल रहे हैं।

Video में बाल ठाकरे कहते हैं कि "शिवसेना तब तक आराम नहीं करेगी जब तक महाराष्ट्र ( Maharashtra) में हमारी सरकार नहीं आएगी और सड़कों पर नमाज पढ़ना बंद किया जाएगा।

वहीं शिवसेना की तरफ से पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे का एक पुराना वीडियो जारी किया गया है। इस वीडियो में बाल ठाकरे अपने भतीजे राज ठाकरे पर निशाना साधते दिख रहे हैं। वीडियो में वह कहते हैं कि 'मेरा भतीजा किसी काम का नहीं है। वह नेता बनना चाहता है लेकिन उसके प्रशंसक कितने हैं। भीड़ की तरफ इशारा करते हुए, प्रशंसक इसे कहते हैं।'

'पहले मैं जिस अंदाज में बोलता था उस अंदाज को किसी ने अपना लिया है'

वीडियो में शिवसेना के दिवंगत नेता यह कहते हुए दिखते हैं, 'पहले मैं जिस अंदाज में बोलता था उस अंदाज को किसी ने अपना लिया है। मैं नहीं जानता कि वह कौन है। अंदाज का अनुकरण करना, यह सब ठीक है लेकिन विचारधारा एवं अन्य मुद्दों का क्या है। क्या आपने ज्यादा पढ़ा है? वह मराठी, मराठी कहता है। आप जब पैदा नहीं हुए थे तबसे मैं, मराठी के मुद्दे को उठा रहा हूं। यह भीड़ इसकी गवाह है।' 

"हम हनुमान चालीसा का पाठ दोगुनी आवाज में  जरूर करेंगे"

गौर हो एमएनएस चीफ राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर के जरिए अजान होता है तो हम हनुमान चालीसा का पाठ दोगुनी आवाज में  जरूर करेंगे।लाउडस्पीकर विवाद पर बोले MNS चीफ ने कहा कि  'कोर्ट के फैसला सुनाने के बाद भी अगर सरकारें उसका पालन नहीं करवा पा रही हैं तो फिर सुप्रीम कोर्ट का फायदा क्या है। उन्होंने पूछा कि आखिर एमएनएस के कार्यकर्ताओं को ही निशाने पर क्यों लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो आज सरकार में बैठे हैं वो कभी हिंदू आदर्श की बातें किया करते थे। सवाल यह है कि क्या सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए आप उन सिद्धांतों और आदर्शों को तिलांजलि दे देंगे जिसके लिए बाला साहेब ठाकरे ने लड़ाई लड़ी थी। 

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