गुवाहाटी : असम सरकार में मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता हेमंत बिस्वा सरमा अगले दो दिनों तक राज्य में चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे। चुनाव आयोग ने सरमा के खिलाफ मिली शिकायत पर उनके चुनाव प्रचार पर 48 घंटे की रोक लगाई है। ईसी ने यह कार्रवाई बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के चेयरपर्सन हगराम मोहिलारी के खिलाफ उनके बयान मामले में की है।
कांग्रेस ने सरमा के खिलाफ शिकायत करते हुए उनके ऊपर कार्रवाई करने की मांग की थी। कांग्रेस ने अपनी शिकायत में कहा है कि भाजपा नेता ने उसके सहयोगी दल के चेयरपर्सन को जेल भेजने की धमकी दी है। चुनाव आयोग ने सरमा से इस मामले में जवाब मांगा है।
सरमा को नोटिस जारी कर मांगा जवाब
इससे पहले चुनाव आयोग ने गुरुवार को सरमा को कारण बताओ नोटिस जारी किया। बीपीएफ असम में कांग्रेस का सहयोगी दल है। कथित रूप से धमकाने के इस मामले में कांग्रेस का एक शिष्टमंडल 30 मार्च को ईसी से मिला और सरमा के खिलाफ शिकायत की। कांग्रेस का आरोप है कि सरमा ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का इस्तेमाल करते हुए मोहिलारी को जेल भेजने की धमकी दी है।
असम में 6 अप्रैल को तीसरे चरण की वोटिंग
असम में विधानसभा की 126 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव हो रहा है। गत 27 मार्च को हुए पहले चरण के चुनाव में 47 सीटों पर वोटिंग हुई। पहले चरण में 79.97 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य में दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल को 39 सीटों पर हुआ। दूसरे चरण में 77.21 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। तीसरे एवं अंतिम चरण का मतदान छह अप्रैल को होगा। इस चरण में 40 सीटों पर वोटिंग होगी। चुनाव नतीजे दो मई को घोषित होंगे। असम में इस बार मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस गठबंधन के बीच है।