नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रवासी मजदूरों से मुलाकात पर वित्त मंत्री ने निर्मला सीतारमण ने निशाना साधा है। उन्होंने राहुल गांधी की मुलाकात को ड्रामेबाजी करार दिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि राहुल ने प्रवासी मजदूरों से रास्ते पर चलते हुए बातचीत की, यह ड्रामेबाजी नहीं तो क्या है। बता दें कि राहुल ने शनिवार शाम को दिल्ली के सुखेदव विहार इलाके के फ्लाईआवेर के निकट मजदूरों से मुलाकात की थी। उन्होंने प्रवासी मजदूरों से करीब एक घंटे तक बातचीत की थी।
'वो ड्रामेबाज नहीं है क्या'
सीतारमण ने सवाल उठाते हुए कहा कि आराम से इस पर चर्चा की जा सकती है। वह अपनी राज्य सरकारों को क्यों नहीं बोलते हैं कि केंद्र सरकार से और ज्यादा ट्रेनें मंगवाओ। उनमें प्रवासी को मजदूरों को बैठाओ। वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमें हर दिन ड्रामेजाब बोलती है। मैं अभी उनके शब्दों को उपयोग करना चाहती हूं। उन्होंने मजदूरों से रास्ते पर चलते हुए, उनके बगल में बैठकर बातचीत की, वो समय है क्या? वो ड्रामेबाज नहीं है क्या।
'ऐसी राजनीति क्यों कर रहे हैं'
वित्त मंत्री ने आगे कहा, 'मैं हाथ जोड़कर विपक्षी पार्टियों से विनम्रता से कहना चाहती हूं कि हम सबकों प्रवासियों के विषय में साथ मिलकर काम करना है। पूरे देश में लोग दुख के साथ बात कर रहे हैं कि यह हमारे प्रवासियों का हाल क्या हो गया है।' उन्होंने कहा कि सारे राज्यों के साथ सहयोग करते हुए जब हम कदम उठा रहे हैं तो उनके (राहुल गांधी) ऐसा करने की क्या जरूरत है। जैसे कि उनके राज्य में पूरी सुविधा हो रही है और बाकी मैं नहीं हो रही है। ऐसी राजनीति क्यों कर रहे हैं। मैं हाथ जोड़कर सोनिया गांधी जी से कह रही हूं कि हमें अपने प्रवासियों को लेकर जिम्मेदारी से व्यवाहर करना चाहिए।
अंबाला से लौट रहे थे मजदूर
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने करीब 20 प्रवासी मजदूर से मुलाकात की थी। साथ ही उन्हें घर भेजने का प्रबंध भी कराया। राहुल गांधी की मजदूरों के साथ बातचीत के दौरान सामाजिक दूरी का खयाल रखा गया था। मुलाकात के बाद राहुल गांधी के निर्देश पर कांग्रेस की दिल्ली इकाई की तरफ से इन मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए वाहनों का इंतजाम किया गया। ये मजदूर झांसी के निवासी हैं और अंबाला से लौट रहे थे। मजदूरों को भेजने के लिए 8-10 वाहनों का प्रबंध किया गया।