- कोरोना के खात्मे के लिए माउंटआबू में धरती मां की पूजा
- सुहागिन महिलाओं ने की धरती मां की विशेष अराधना
- धरती मां को चांदी के थाली पर उकेरकर हुई पूजा
नई दिल्ली: देश और दुनिया कोरोना वायरस के कहर से परेशान है। इससे राजस्थान भी अछूता नहीं है। राजस्थान के इकलौते हिल स्टेशन माउंटआबू में कोरोना से निजात पाने के मकसद से यहां की महिलाओं ने धरती मां की पूजा की। कोरोना के कहर से बचने के लिए यहां की महिलाओं ने धरती मां को प्रसन्न करने की ठानी। चांदी की थाली पर धरती मां को उकेरा गया फिर उनकी विधिवत पूजा की गई। ये सभी महिलाएं धरती मां की पूजन करने के लिए माउंट आबू के शांति विजय जी पार्क में एकत्रित हुई। मकसद यहीं था कि कोरोना से सबको जल्द से जल्द मुक्ति मिले। इसलिए इस पूजा का आयोजन किया गया।
माउंटआबू में महिलाएं सजधज कर सुहागन रुप में तैयार हुई। धरती मां की इस पूजा के लिए चांदी की तश्तरी, धरती मां के कपड़े,सुहागिनों के वस्त्र,अनाज , सुहाग का सामान, फल मिठाई,कांसे के कटोरो।सुहागन महिलाओं की एक खास पूजा का जो माउंटआबू में संपन्न हुई। माउंट आबू में कोरोना से निजात पाने के लिए महिलाओं ने धरती मां की पूजा की। गौर हो कि माउंटआबू को 33 करोड़ देवी देवताओं का वास कहा जाता है । धरती मां पर कोरोना का भार कम हो इसके लिए की धरती मां की पूजन महिलाओं ने चांदी की थाली में, कांसे के बर्तन के साथ पूजा संपन्न की। इस दौरान महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया। माउंट आबू के शांति विजय जी पार्क में एकत्रित हुई और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मां धरती मां का पूजन किया।
चांदी की थाली पर उकेरी गई धरती मां हर महिला ने बनाई। वहीं श्रंगार के वस्त्र और अन्य सामान शामिल किए गए जिसमें मूंग के साथ फलों की भी पूजा की गई और यह सब धरती मां को अर्पित किया गया। सभी सामान इन महिलाओं द्वारा ब्राह्मणों को वितरित किया गया । इन महिलाओं का मानना है कि आज देश और विश्व में कोरोना की महामारी फैल रही है उससे धरती मां पर भार बढ़ता नजर आ रहा है इस महामारी को कम करने के लिए उन्होंने धरती मां की पूजन किया है इस प्रकार के पूजन से कोरोना की हार निश्चित रूप से होगी ।