नई दिल्ली: भारत में रूसी तेल आयात पर विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया भर में कच्चे तेल की खरीद के संबंध में भारत जो भी व्यापारिक व्यवस्था करता है, वह विशुद्ध रूप से भारत में ऊर्जा सुरक्षा के विचार से निर्धारित होता है। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की खरीद के लिए भारत का विचार बहुत अच्छी तरह से समझा जाता है। देश भर में इसकी सराहना की जा रही है। मैं इसे किसी दबाव के तौर पर नहीं देखता।
विदेश सचिव ने कहा कि रूस-यूक्रेन की स्थिति ने दुनिया भर में खाद्य सुरक्षा संकट पैदा कर दिया है। भारत ने एक सक्रिय रुख अपनाया है कि कमजोर देशों की खाद्य सुरक्षा को समझा है और इससे भारत की खाद्य सुरक्षा भी प्रभावित नहीं होती है। भारत की स्थिति की सराहना की गई है।
यूएई के साथ रिश्ते पर विदेश सचिव ने कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के संबंध गतिशील, मजबूत और व्यापक हैं। ऊर्जा सुरक्षा हमारे संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। लोगों से लोगों का जुड़ाव दूसरा पहलू है। सुरक्षा, पर्यावरण, शिक्षा और निवेश दोनों देशों के बीच चर्चा के अन्य क्षेत्र हैं। पीएम मोदी की यूएई यात्रा 2 मुख्य मुद्दों पर केंद्रित होगी, पहला यूएई के पूर्व राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर शोक व्यक्त करना, दूसरा यूएई का राष्ट्रपति बनने के लिए शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को बधाई देना।