- पूर्व नेवी अफसर मदन शर्मा अपने साथ हुई इस घटना से बेहद आहत हैं
- मदन शर्मा ने महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की
- मदन शर्मा ने कहा- मैं आज साफ करता हूं कि अब से मैं बीजेपी-आरएसएस के ही साथ हूं
शिवसेना (Shiv Sena) के कार्यकर्ताओं द्वारा पीटे गए पूर्व नेवी अफसर मदन शर्मा अपने साथ हुई इस घटना से बेहद आहत हैं और उन्होंने गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर अपनी बात रखी। इसके बाद उन्होंने कहा कि मुझे बात करने के लिए बुलाया गया लेकिन बात नहीं की और मुझे बुरी तरह से मारना शुरू कर दिया था इससे मैं बेहद दुखी हूं और अब मैं अब बीजेपी आरएसएस के साथ हूं।
मंगलवार को मदन शर्मा ने महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की, उन्होंने इस मुलाकात में अपने साथ शिवसैनिकों के किए गए दुर्व्यवहार की पूरी जानकारी गवर्नर को दी, वहीं पूरे मामले में महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को बर्खास्त करने की भी मांग की है उनकी बात को गवर्नर ने ध्यान से सुना।
मदन शर्मा ने कहा, 'जब मुझ पर हमला हुआ तो उन्होंने आरोप लगाया कि मैं बीजेपी-आरएसएस के हाथ हूं, इसलिए मैं आज साफ करता हूं कि अब से मैं बीजेपी-आरएसएस के ही साथ हूं।
मदन शर्मा ने कहा कि मेरे साथ जो घटना घटी वो मैंने राज्यपाल को बताई और जो धाराएं आरोपियों पर लगी है वो काफी कमजोर है। जिसके जवाब में गवर्नर ने कहा कि हम इस मामले को देखेंगे।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के कथित कार्टून को व्हाट्सऐप पर फॉरवर्ड कर शिवसैनिकों के निशाने पर आए पूर्व नेवी अफसर मदन शर्मा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, 'मैं घायल और तनाव में हूं। जो हुआ, वह दुखद है। मैं उद्धव ठाकरे को बताना चाहता हूं कि यदि आप कानून और व्यवस्था की देखरेख नहीं कर सकते हैं तो इस्तीफा दे दें और लोगों को यह तय करने दें कि किसे इसकी देखभाल करनी चाहिए।'
'उद्धव ठाकरे जी के सभी कार्यकर्ताओं और संगठनों को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए'
रिटायर ऑफिसर मदन शर्मा के साथ मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किए गए शिवसेना के कमलेश कदम और पांच अन्य को जमानत मिल गई है। इस पर पूर्व सैन्य अधिकारी ने कहा कि वे मेरे बच्चों, मेरे परिवार और मुझे नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए मैं मुख्यमंत्री से अपने परिवार और मुझे सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करता हूं। उद्धव ठाकरे जी के सभी कार्यकर्ताओं और संगठनों को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए, ताकि ऐसी घटना किसी और के साथ न हो।