नई दिल्ली: जून के महीने को भारत के राजनीतिक इतिहास में आपातकाल के लिए सदियों तक याद रखा जाएगा। आपातकाल की घोषणा के दो दिन के भीतर ही राजनीतिक विरोधियों और आंदोलनकारियों की गतिविधियों पर तो पहरा बिठा ही दिया गया, साथ ही आजाद भारत में ऐसा पहली ऐसा हुआ, जब सरकार ने प्रेस पर प्रतिबंध लगाये। आलम यह था कि समाचार पत्रों में छपने वाली खबरों को सेंसर किया जाने लगा और अखबार छापने से पहले सरकार की अनुमति लेने की बंदिश लगा दी गई। आपातकाल के दौरान 3801 समाचार-पत्रों के डिक्लेरेशन जब्त कर लिए गए। 327 पत्रकारों को मीसा में बंद कर दिया गया और 290 अखबारों के विज्ञापन बंद कर दिए गए। हालात इस कदर बिगड़े कि टाइम और गार्जियन अखबारों के समाचार-प्रतिनिधियों को भारत से जाने के लिए कह दिया गया। रॉयटर सहित अन्य एजेंसियों के टेलेक्स और टेलीफोन काट दिए गए।
देश दुनिया के इतिहास में 28 जून की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1651: पोलैंड और यूक्रेन के बीच बेरेस्तेको युद्ध शुरू।
1776: अमेरिकी क्रांति: अमेरिकी की जीत के साथ सुलीवन द्वीप युद्ध समाप्त।
1787: ब्रिटिश-भारतीय सेना का नेतृत्व करने वाले सर हेनरी जी. डब्ल्यू. स्मिथ का जन्म।
1838 : बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का जन्म।
1838: विक्टोरिया इंग्लैंड की महारानी बनीं।
1846: एडोल्फ सैक्स ने वाद्य यंत्र सेक्सोफोन को पेटेंट कराया।
1857: नाना साहेब ने बिठूर में स्वयं को पेशवा घोषित किया, अंग्रेजों को भारत से उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
1894: श्रम दिवस पर अमेरिका में आधिकारिक अवकाश घोषित।
1902: अमेरिकी संसद ने स्पूनर कानून पारित कर राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट को कोलंबिया से पनामा नहर के अधिग्रहण का अधिकार दिया।
1914: ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड और उनकी पत्नी सोफी की साराजेवो में हत्या, यह प्रथम विश्वयुद्ध का तात्कालिक कारण बना।
1919: वारसा की संधि पर हस्ताक्षर।
1921: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव का जन्म।
1926: गोत्तलिब डैमलर और कार्ल बेन्ज ने दो कंपनियों का विलय कर मर्सिडिज-बेन्ज की शुरूआत की।
1940: बांग्लादेशी अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद युनुस का जन्म।
1950: कोरिया युद्ध: वामपंथियों के प्रति नरम रूख रखने के संदेह में करीब एक से दो लाख लोगों की ‘बोडो लीग नरसंहार’ में हत्या। ।
1975: भारत में आपातकाल के दौरान सरकार विरोधी प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में केन्द्र ने स्वतंत्रता के बाद सबसे कठोर प्रेस सेंसरशिप लागू किया।
1981 : चीन ने कैलाश और मानसरोवर का रास्ता खोला।
1981: तेहरान में भीषण बम विस्फोट, इस्लामिक रिपब्लिकन पार्टी के 73 पदाधिकारी मारे गये।
1986: मिजो नेशनल फ्रंट के साथ समझौता, लाल डेंगा मिजोरम के मुख्यमंत्री बने।
1986: केन्द्र सरकार ने अविवाहित लड़कियों को भी मातृत्व अवकाश देने का कानून बनाया।
1995: बाघों को शिकारियों से बचाने और उन्हें आश्रय देने के लिए मध्यप्रदेश को ‘टाइगर स्टेट’ घोषित किया गया।
1996: भारत ने फलस्तीनी नियंत्रण वाले गाजा सिटी में अपना मिशन खोला।