- शिवसेना के साथ विवाद पर टाइम्स नाउ के साथ बेबाकी से बोलीं कंगना राउत
- बॉलीवुड अभिनेत्री ने कहा कि वह 'हरामखोर' नहीं हूं, मेरी कमाई का बड़ा हिस्सा टैक्स में जाता है
- कंगना ने कहा कि राउत ने अपने बयान से मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाया, माफी मांगे
नई दिल्ली : सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार पर सवाल उठाने के बाद अभिनेत्री कंगना रनौत शिवसेना के निशाने पर हैं। हाल के दिनों में शिवसेना नेताओं और अभिनेत्री के बीच शुरू हुई जुबानी जंग व्यक्तिगत हमलों तक पहुंच गई है। एक तरह से कंगना ने शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिवसेना नेता संजय राउत की ओर से 'हरामखोर' कहे जाने पर अभिनेत्री ने पलटवार किया तो शिवसेना ने उनके पीओके वाले बयान पर हमला तेज किया। अपने और शिवसेना के बीच जारी विवाद एवं बॉलीवुड के ड्रग नेक्सस पर कंगना ने टाइम्स नाउ से खास बातचीत की है और इन सभी मसलों पर बेबाकी से अपनी राय रखी है।
सवाल उठाने के बाद मुझे धमकियां मिलने लगीं
टाइम्स नाउ के कार्यक्रम 'Frankley Speaking' में ग्रुप एडिटर (पॉलिटिक्स) नविका कुमार के साथ बातचीत में कंगना ने कहा, 'यह सब कुछ सुशांत सिंह मौत मामले में मेरे द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद शुरू हुआ। मैं इंडस्ट्री में योगदान करना चाहती हूं लेकिन सवाल उठाए जाने के बाद मुझे धमकियां मिलनी लगीं। इसके बाद मैंने मुंबई की तुलना पीओके से की। सरकार जब एक व्यक्ति के साथ इस तरह का बर्ताव करने लगे तो महसूस होगा कि आपका 'रेप' कर दिया गया है। आप लाचार महसूस करेंगे।'
मैं हरामखोर या मुफ्तखोर नहीं
शिवसेना नेता राउत के 'हरामखोर' बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिनेत्री ने कहा, 'मैं हरामखोर या मुफ्तखोर नहीं हूं। मैं जो कमाती हूं उसको टैक्स के रूप में महाराष्ट्र और देश के विकास में लगाती हूं। मैं इंडस्ट्री की टॉप पेड अभिनेत्री हूं। मैं जितना कमाती हूं उसका 40 से 50 प्रतिशत ही मुझे मिल पाता है। मेरी कमाई का एक बड़ा हिस्सा टैक्स के रूप में चला जाता है। मैं मुंबई में रहने की कीमत चुकाती हूं। मैं चाहती हूं कि इस बयान के लिए संजय राउत माफी मांगे क्योंकि उन्होंने मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाया है।'
शिवसेना के मूल्यों का क्या हुआ?
अभिनेत्री ने कहा, 'मैं एक लड़ाई लड़ रही हूं लेकिन मुझे धमकी मिलती है कि मुझे जेल में डाल दिया जाएगा। झूठ बोलकर लोगों को मेरे खिलाफ भड़काया गया लेकिन मैं किसी से डरती नहीं। मैंने मुंबई पुलिस के खिलाफ कुछ नहीं कहा है। मैंने प्रशासन का मुद्दा उठाया। मैं उद्धव ठाकर जी से पूछना चाहती हूं कि शिवसेना के मूल्यों का क्या हुआ?'