- क्या समझ रहे हैं कि कांग्रेस खत्म हो गई?- कमलनाथ
- "जाना है जाएं, हम किसी को रोकना नहीं चाहते हैं"
- आरोप- हमारे लोगों पर झूठे मामले लगाए जा रहे हैं
मध्य प्रदेश कांग्रेस के चीफ और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस छोड़कर जिसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में जाना है, जाए पर वह किसी को रोकेंगे या मान-मनव्वुल नहीं करेंगे। रविवार (18 सितंबर, 2022) को पत्रकारों से वह इस बारे में दो टूक बोले- मैं तो उन्हें अपनी कार दे दूंगा। उससे वहां तक भिजवाऊंगा पर किसी की खुशामद न करूंगा।
दरअसल, राजधानी भोपाल में उनसे देश के विभिन्न हिस्सों में नेताओं के कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल होने की खबरों पर सवाल हुआ था। वह बोले, ‘‘आप क्या समझ रहे हैं कि कांग्रेस खत्म हो गई। अभी तो पूछ रहे थे कि कोई लोग (कांग्रेस छोड़ भाजपा में) जाना चाह रहे हैं। मैंने तो कहा कि बिल्कुल जाएं। जिसको जाना है वो जाएं। हम किसी को रोकना नहीं चाहते हैं।’’
उन्होंने फिर कहा, ‘‘अगर वो (कांग्रेस नेता एवं पदाधिकारी) जाना चाहते हैं, अपना भविष्य सोचते हैं और विचार भाजपा से मिलते हैं, तो मैं उनको अपनी मोटर (कार) दूंगा, जाइए मेरी कार में जाइए।’’ कमलनाथ ने कहा, ‘‘मैं किसी की खुशामद में विश्वास नहीं करता।’’ उन्होंने आगे बताया कि जो लोग कांग्रेस में काम कर रहे हैं, वे पार्टी के प्रति निष्ठा से काम कर रहे हैं और पार्टी की ओर से उन पर कोई दबाव नहीं है।
कमलनाथ का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब दो दिन पहले ही मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक और कमलनाथ के करीबी अरुणोदय चौबे ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। उन्होंने इस पर आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं की ओर से चौबे पर दबाने का प्रयास कई महीने से चल रहा था । लगातार उनके बयान भी सामने आ रहे थे। चौबे के खिलाफ कई मामले दायर कर दिये गए थे।
कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आज हमारे लोगों पर झूठे मामले लगाए जा रहे हैं। दबाव-प्रभाव की राजनीति की जा रही है। दबाव- भाव से आप किसी का भी दिल, दिमाग और आत्मा नहीं खरीद सकते हैं।’’
यही नहीं, श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में नीमीबिया से लाकर आठ चीते छोड़े जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कायदे से तो वहां इन चीतों की बजाय गुजरात के गिर के शेर आने चाहिये थे। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र और गुजरात सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि गुजरात द्वारा कूनो राष्ट्रीय उद्यान में शेर नहीं भेजने पर लोगों का ध्यान बांटने के लिए अब अफ्रीका से चीते लाए गए हैं। (एजेंसी इनपुट्स के साथ)