- संजय राउत ने कहा कि अगर गुजरात के CM, PM बन सकते हैं तो महाराष्ट्र के CM क्यों नहीं
- उनके इस बयान को देश में साल 2024 में होने वाले आम चुनावों के संदर्भ में देखा जा रहा है
- शिवसेना नेता ने कहा कि महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी
पुणे : अगला लोकसभा चुनाव हालांकि साल 2024 में होना है, लेकिन प्रधानमंत्री पद को लेकर दावेदारी का दौर अभी से शुरू हो चुका है। केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता की भी बात हो रही है, पर प्रधानमंत्री के पद को लेकर पार्टियों में रजामंदी नजर नहीं आ रही। विपक्षी एकता की बात करने वाली पार्टियां अपने-अपने नेताओं को 'पीएम मैटेरियल' साबित करने में जुटी हैं। अब इसमें ताजा नाम शिवसेना का जुट गया है, जो महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार चला रही है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान जहां महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी गठबंधन (MVA) सरकार के अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करने की बात कही, वहीं इशारों ही इशारों में वह ये भी बता गए कि 2024 के आम चुनाव में महाराष्ट्र के मुख्मयंत्री व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी पीएम पद के दावेदारों में हो सकते हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी के राजनीतिक सफर के संदर्भ में उन्होंने कहा, 'अगर गुजरात के CM इस देश के PM हो सकते हैं तो महाराष्ट्र के CM क्यों नहीं?'
'अपना कार्यकाल पूरा करेगी उद्धव सरकार'
संजय राउत पुणे में थे, जहां उनसे महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में घटक दलों के बीच खींचतान को लेकर भी सवाल किया गया था। इस पर उन्होंने भरोसा जताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। सरकार को दो साल हो चुके हैं और अगले तीन साल भी यह सरकार चलेगी और उद्धव ठाकरे 2024 के बाद भी CM बने रहेंगे। इसी दौरान उन्होंने इसका जिक्र किया कि अगर गुजरात के सीएम इस देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं तो महाराष्ट्र के सीएम (उद्धव ठाकरे) क्यों नहीं इस पद तक पहुंच सकते।
शिवसेना नेता ने पुणे नगर निगम चुनाव में NCP के साथ गठबंधन को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा कि अगर यह गठबंधन होता है तो ठीक, वरना उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी। संजय राउत ने कहा, 'अजीत पवार पुणे के गार्जियन मिनिस्टर हैं। पुणे नगर निगम चुनाव में गठबंधन के लिए हम उनके साथ-साथ (शरद) पवार से भी बात करेंगे। अगर हमारे बीच समझौता हो जाता है तो ठीक है, वरना हम अकेले ही आगे बढ़ने के लिए हमेशा तैयार हैं।'