- गत सोमवार को अमेरिकी विदेश मंत्री पोंपियो ने छह देशों के अपने समकक्षों से की बात
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में इस संकट की जवाबदेही तय करने पर हुई चर्चा
- हाल के दिनों में लद्दाख क्षेत्र में चीनी सैनिकों ने किया अतिक्रमण, इसके बाद भारतीय सेना अलर्ट
नई दिल्ली : कोविड-19 के संक्रमण पर चीन के कथित लापरवाह रवैये के दुनिया के देश एकजुट होने लगे हैं। इस महामारी की वजह से बड़े-बड़े देशों की अर्थव्यवस्था बुरी तरह हिल गई है। इस संकट के लिए ज्यादातर देश चीन को जिम्मेदार मान रहे हैं जबकि चीन खुद को पीड़ित बताकर महामारी के फैलाव में अपनी किसी तरह की भूमिका से पल्ला झाड़ने में जुटा है। देशों की तैयारी को देखकर ऐसे लगता है कि वे इस बार चीन को कठघरे में खड़ा करेंगे और कोविड-19 संकट के लिए उसकी जिम्मेदारी तय करेंगे। इसकी कूटनीतिक कोशिशें भी तेज हो गई हैं।
सोमवार को 7 देशों के विदेश मंत्रियों की हुई बैठक
दरअसल, सोमवार को भारत, अमेरिका, इजरायल, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील और जापान के विदेश मंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक हुई है। समझा जाता है कि इस बैठक के जरिए इन सात देशों ने चीन को अब तक का सबसे कड़ा संदेश दिया है। दरअसल, इस बैठक में कोविड-19 की वजह से देशों की अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रभाव एवं इससे आगे निकलने की रणनीति पर चर्चा की गई।
बैठक में जवाबदेही तय करने पर हुई चर्चा
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि विदेश मंत्री पोंपियो ने गत 11 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और जापान के विदेश मंत्रियों के साथ बातचीत की। इस बैठक में पोंपियो और अन्य देशों के विदेश मंत्रियों ने कोविड-19 महामारी पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं पारदर्शिता बढ़ाने और इसकी जिम्मेदारी एवं जवाबदेही तय करने पर चर्चा की।
कोविड संकट के लिए चीन को जिम्मेदार बता चुके हैं ट्रंप
जाहिर है कि अमेरिका के नेतृत्व में इन विदेश मंत्रियों की बैठक ऐसे समय हुई है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोविड-19 संकट के लिए चीन को जिम्मेदार बता रहे हैं। इस बीच अमेरिका ने चीन के साथ व्यापार की अपनी नीति को और सख्त किया है। ट्रंप का दावा है कि चीन ने समय रहते हुए दुनिया को इस संकट के प्रति आगाह नहीं किया और इस महामारी से जुड़ी हुईं अहम जानकारियां छिपाईं।
बैठक से चिढ़ सकता है चीन
अमेरिकी की ओर से आयोजित यह बैठक चीन को चिढ़ाने वाली है। यह पहली बार हुआ है कि जब दुनिया के चुनिंदा देशों ने एकजुट होकर कोविड-19 के लिए जवाबदेही तय करनी की बात कही है। आने वाले समय में चीन को कूटनीतिक रूप से घेरने के लिए ये देश अपनी कूटनीतिक कोशिशें तेज कर सकते हैं। अमेरिका में कुछ लोग चाहते हैं कि कोविड-19 की वजह से देश की अर्थव्यवस्था का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई चीन करे। इसके लिए अमेरिका की एक अदालत में मुकदभी भी दर्ज है।
सीमा पर भारत की चीन से तनाव बढ़ा
कोविड-1 पर चीन को जिम्मेदार ठहराए जाने को लेकर भारत की तरफ से अभी कुछ साफ-साफ नहीं किया गया है। भारत का अपना पूरा ध्यान इस महामारी को नियंत्रित करने पर लगा है। एक बार इस संकट पर काबू हो जाने के बाद भारत इस दिशा में आगे बढ़ सकता है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के समीप भारत और चीन के बीच तनाव पढ़ा है। लद्दाख में दोनों देशों के सैनिकों के बीच पत्थरबाजी होने की घटना सामने आई है। इसी क्षेत्र में चीनी हेलिकॉप्टरों ने उड़ान भरी जिसके बाद भारतीय लड़ाकू विमानों ने उन्हें खदेड़ने के लिए उड़ान भरी। इन घटनाओं के बाद सीमा पर तनाव बढ़ गया है और लद्दाख क्षेत्र में तैनात भारतीय सेना अलर्ट है।