नई दिल्ली : कांग्रेस के सीनियर नेता राहुल गांधी ने दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में रामनवमी और हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद उन इलाकों में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान के तहत बुलडोजर चलाए जाने को लेकर बुधवार को सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के संवैधानिक मूल्यों को ध्वस्त किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को अपने दिल में बैठी नफरत को ध्वस्त करना चाहिए।
राहुल गांधी ने संविधान की प्रस्तावना वाला पृष्ठ और एक बुलडोजर की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया कि यह भारत के संवैधानिक मूल्यों को ध्वस्त किया गया है। गरीबों और अल्पसंख्यकों को सरकार प्रायोजित निशाना बनाया गया है। भाजपा को इन सबकी बजाय अपने दिल में बैठी नफरत को ध्वस्त करना चाहिए।
इससे पहले उन्होंने सरकार पर निशाना साधा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि नफरत के बुलडोजर को रोका जाए और ऊर्जा संयंत्रों को शुरू किया जाए। उन्होंने उस खबर को साझा करते हुए देश में कथित तौर पर कोयले की कमी होने का मुद्दा उठाया जिसमें दावा किया गया है कि ऊर्जा संयंत्रों में कोयले का भंडार कम हो गया है।
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कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया कि आठ साल में बड़ी-बड़ी बातें करने का नतीजा है कि सिर्फ आठ दिनों का कोयला भंडार बचा है। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी, मंदी निकट है। बिजली की कटौती से छोटे उद्योग खत्म हो जाएंगे जिससे और रोजगार जाएंगे। नफरत का बुलडोजर रोकिए, ऊर्जा संयंत्रों को शुरू करिये।
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